कोलेस्ट्रॉल बढ़ने शरीर में दिखने लगते हैं ये गंभीर संकेत जो बन सकता है हार्ट अटैक का कारण, जानें कितना होता है इसका नॉर्मल स्तर
हमारे शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है तो हमारे शरीर में पहले से ही कुछ संकेत दिखने लगते है। चलिए हम आपको बताते हैं कि वे लक्षण कौन से हैं?
इन दिनों लोग कम उम्र में ही हार्ट अटैक, स्ट्रोक की चपेट में आ रहे हैं। दिल से जुड़ी इन बीमारियों के पीछे सबसे बड़ी वजह बढ़ता बैड कोलेस्ट्रॉल है। जब हमारी बॉडी में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगते हैं तो दिल संबंधी बीमारी की समस्या बढ़ जाती है। जब हमारे शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है तो हमारे शरीर में पहले से ही कुछ संकेत दिखने लगते है। चलिए हम आपको बताते हैं कि वे लक्षण कौन से हैं?
कोलेस्ट्रॉल के लक्षण:
हाथ-पैर सुन्न पड़ना: शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से अक्सर लोगों के हाथ और पैर सुन्न पड़ें लगते हैं और पूरी बॉडी में सिहरन होने लगती है।
सिर दर्द: हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ने से आपको सिर दर्द की समस्या हो सकती है। जब सिर के नसों में जब ढंग से ब्लड नहीं पहुंच पाता है तो उसके पीछे हाई कोलेस्ट्रॉल वजह हो सकती है।
सांस फूलना: अगर ज़रा भी चलने पर आपका सांस फूलने लगता है या फिर जोर से सांस लेना पड़ता है तो यह कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का एक बड़ा कारण हो सकता है।
बेचैनी महसूस होना: कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से दिल से जुड़ी बीमारियों और स्ट्रोक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इसलिए अगर आपको सीने में दर्द, बेचैनी मसहूस हो या दिल जोर से धड़कने लगे तो ये कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का एक बड़ा कारण हो सकता है।
वजन बढ़ना: अगर वजन लगातार बढ़ते जा रहा है तो इसके पीछे बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल हो सकता है। ऐसे में अगर आपको इनमें से कोई भी संकेत और लक्षण दिखें तो तुरंत अपना ब्लड टेस्ट कराएं और डॉक्टर से संपर्क करें। जिससे कि आप जानलेवा बीमारी से बच जाएं।
अगर हमारे ब्लड में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा 100 mg/dL से कम है तो यह एक नार्मल स्तर है। वहीं, अगर यह स्तर 130 mg/dL से ज्यादा हो जाए,तो यह आपके लिए चेतावनी है। लेकिन अगर आपका बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल 160 mg/dL से ज्यादा है तो यह आपके लिए खतरे की घंटी है। यानी आपका बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ गया है।