हुकूमत एक्सप्रेस
मुरादाबाद। कई वर्ष मैनाठेर थाना क्षेत्र के गांव असालतनगर बघा में एक घर में दबिश देने गई पुलिस पर धार्मिक पुस्तक की बेहुरमती का आरोप लगा था और इसको लेकर जमकर हंगामा हुआ था। मामले ने इतना तूल पकड़ा था कि पथराव व फायरिंग तक हुई और पुलिस व ग्रामीण आमने सामने आ गये थे। तत्कालीन डीएम व डीआईजी जब मौका मुआयना करने गये थे तो भीड़ का उग्र रूप देख डीएम तो जैसे तैसे निकल आये थे मगर भीड़ ने डीआईजी को घेर लिया था और उन पर हमला कर उन्हें मरणासन्न स्थिति में छोड़ दिया था। तब यह मामला काफी सुर्खियों में रहा था।
गुरूवार को मैनाठेर थाना क्षेत्र में ही फिर ऐसा ही मामला सामने आया। गौकशी के एक मामले में गांव ताहरपुर में मैनाठेर पुलिस दबिश देने पहुंची तो इस दौरान धार्मिक पुस्तक गिराये जाने का आरोप लगाते हुए महिलाओं व ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया। देखते ही देखते सैकड़ों ग्रामीण इकट्ठा हो गये और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। ग्रामीणो की बढ़ती भीड़ देख पुलिस के भी हाथ पांव फूल गये। थोड़ी ही देर में सीओ, एसडीएम भी फोर्स के साथ गांव पहंुच गये। पूर्व में हो चुकी घटना से सबक लेते हुए अधिकारियों ने बेहद सूझबूझ से काम लिया और गांव के अमन पसंद लोगो की मदद से भड़के ग्रामीणों को शान्त कराया। इस दौरान जाम लगाकर बैठे लोगों को क्षेत्राधिकारी कुन्दरकी ने समझा बुझाकर तथा इस मामले में दोषियो के खिलाफ उचित कार्यवाही का आश्वासन देकर उन्हें शान्त किया।