प्रयागराज: महाकुम्भ मेले की तैयारियों ने पकड़ी रफ्तार, डिजाइनर स्ट्रीट लाइट से लेकर अग्नि सुरक्षा के लिए खास वाहन, जानें डिटेल्स
अस्थायी के बजाय स्थायी खंभों का निर्माण किया गया है, जो महाकुम्भ मेले के बाद भी क्षेत्र की रौनक बनाए रखेंगे। हर पोल को कलश और देवी-देवताओं की आकृतियों से सजाया गया है।
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अगले वर्ष जनवरी में आयोजित महाकुम्भ मेले की तैयारियां अब जोर पकड़ने लगी हैं। इस बड़े आयोजन को लेकर पूरा प्रशासनिक अभी से जुटा हुआ है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को अद्भुत अनुभव प्रदान करने के लिए पूरे मेला क्षेत्र को आठ करोड़ रुपये की लागत से 485 डिजाइनर स्ट्रीट लाइट से सजाया जा रहा है। अधीक्षण अभियंता महाकुंभ मनोज गुप्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड की इस पहल से संगम जाने वाली हर प्रमुख सड़क पर ये अलौकिक पोल और लाइटें श्रद्धालुओं का स्वागत करती नजर आएंगी। उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र में लाल सड़क, काली सड़क, त्रिवेणी मार्ग और परेड के सभी मुख्य मार्गों को आकर्षक सजावटी लाइटों से रोशन किया जा रहा है। अधिकारी ने बताया कि ये लाइटें भगवान शंकर, गणेश और विष्णु को समर्पित हैं, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति और सौंदर्य का अनुभव कराएंगी। गुप्ता ने बताया कि इस बार अस्थायी के बजाय स्थायी खंभों का निर्माण किया गया है, जो महाकुम्भ मेले के बाद भी क्षेत्र की रौनक बनाए रखेंगे। उन्होंने बताया कि हर पोल को कलश और देवी-देवताओं की आकृतियों से सजाया गया है। गुप्ता ने बताया कि 15 दिसंबर तक ये कार्य पूरे कर लिए जाएंगे जिससे रात में मेला क्षेत्र की आभा देखते ही बनेगी। उपमंडल अधिकारी (मेला) अभिनव पाठक ने बताया कि प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने सभी ‘सेक्टर मजिस्ट्रेट’ की नियुक्ति कर दी है और ज्यादातर सेक्टर मजिस्ट्रेट ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। उन्होंने बताया कि ये ‘सेक्टर मजिस्ट्रेट’ अपने अपने सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था के लिए जिम्मेदार होंगे। अधिकारी ने बताया कि 4,000 हेक्टेयर मेला क्षेत्र को 25 सेक्टर में बांटा गया है। उन्होंने बताया कि महाकुम्भ के दौरान ‘सेक्टर मजिस्ट्रेट’ आम जनता और प्रशासन के बीच कड़ी का कार्य करेंगे। हाकुम्भ में अग्नि सुरक्षा के लिए विशेष वाहनों की होगी तैनाती
यूपी सरकार पहली बार महाकुम्भ में ‘ऑल टेरेन व्हीकल’ नाम के विशेष वाहनों की तैनाती कर रही है जो आग बुझाने के लिए कुछ ही सेकेंडों में घटनास्थल पर पहुंचने में सक्षम होंगे। मुख्य अग्निशमन अधिकारी (कुम्भ) प्रमोद शर्मा ने बताया कि ये वाहन आग बुझाने के सभी अत्याधुनिक उपकरणों से युक्त हैं और रेत, दलदल और छिछले पानी में भी यह पूरी रफ्तार से दौड़ सकेंगे। आपात स्थिति में अग्निशमन विभाग के प्रशिक्षित कर्मी इस पर सवार होकर पूरे मेला क्षेत्र में नजर रख सकेंगे। उन्होंने बताया कि पहली बार महाकुम्भ मेले में इन वाहनों का उपयोग किया जाएगा जिसके लिए चार ‘ऑल-टेरेन व्हीकल’ प्रयागराज पहुंच चुके हैं और अग्निशमन कर्मियों को इसे चलाने और उपयोग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 25 नवंबर को बैटरी चालित इन चारों वाहनों समेत अन्य उपकरणों का उद्घाटन कर सकते हैं।
शर्मा ने बताया कि चार ‘ऑल-टेरेन व्हीकल’ को जर्मनी से प्रयागराज लाया गया है। लगभग ढाई करोड़ की लागत वाले इन वाहनों को मुख्यमंत्री स्वयं हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। उन्होंने बताया कि वाहन में पानी की टंकियां, नल और पंप सहित अग्निशमन उपकरण लगे हैं, जिससे अधिकारी आग लगने पर तुरंत कार्रवाई कर सकेंगे जिससे आग को फैलने से रोका जा सकेगा। शर्मा ने बताया कि इन वाहनों में सामान्य अग्निशमन उपकरणों के साथ एयर कंप्रेशर और ‘वैमपैक फायर एस्टींगुशर’ भी है। इसमें गन से नौ लीटर तक पानी का छिड़काव किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि यह ज्वलनशील तरल पदार्थ की आग को भी दबा सकता है और दोबारा आग लगने से रोक सकता है।
उन्होंने बताया कि आग से जुड़ी ज्यादातर बड़ी घटनाओं में कर्मचारियों को अक्सर भीड़भाड़ वाले इलाकों का सामना करना पड़ता है, जिससे आग बुझाने के प्रयासों में बाधा आती है। शर्मा ने बताया कि मेले में जब सभी क्षेत्रों में भारी भीड़ मौजूद रहेगी तब आपात स्थितियों में यह वाहन चंद सेकेंड में घटनास्थल पर पहुंच सकेंगे। यह वाहन रेत, कीचड़ और उबड़ खाबड़ इलाकों के साथ-साथ छिछले पानी में भी चलने में सक्षम है। यह वाहन 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकता है।