उत्तराखंड पुलिस पर अयोध्या में मर्डर का आरोप, लाखों के घोटाले का आरोपी था मृतक, जानें पूरा मामला

46
Share

उत्तराखंड पुलिस पर अयोध्या में मर्डर का आरोप, लाखों के घोटाले का आरोपी था मृतक, जानें पूरा मामला
मृतक युवक 52 लाख रुपये का घोटाला करने का आरोपी था। पुलिस ने उसे पहले भी पांच दिन तक बंद रखा था। अब पुलिस हिरासत में आरोपी की मौत के बाद बवाल हो रहा है।अयोध्या में पुलिस हिरासत में एक युवक की मौत के बाद बवाल मचा हुआ है। मृतक के परिजन उत्तराखंड पुलिस पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं। वहीं, पुलिस का कहना है कि अयोध्या से रूद्रपुर लाने के दौरान आरोपी की तबीयत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। अब तक मौत की वजह सामने नहीं आई है। मृतक के परिजनों का आरोप है कि यूपी पुलिस के साथ मिली भगत होने के कारण ही ऐसा हुआ है। मृतक के साथ रहने वाले उनके चाचा पर भी आरोप लगाया गया है।मृतक भास्कर पांडे अयोध्या में रहकर वकालत की पढ़ाई कर रहे थे और वह यहां परीक्षा दे रहे थे। आखिरी पेपर से पहले उत्तराखंड पुलिस के जवान उनसे मिलने आए और भास्कर की मौत हो गई।
भास्कर पांडे नाम का एक युवक उत्तराखंड में नौकरी करता था। कुछ समय बाद कंपनी ने काम नहीं होने की बात कहकर भास्कर को घर जाने के लिए कह दिया। घर आने के कुछ समय बाद सैलरी देने की बात कहकर भास्कर को बुलाया गया। परिजनों के अनुसार उत्तराखंड पुलिस ने बिना किसी वारंट के भास्कर को 5 दिन तक कस्टडी में रखा। परिजनों ने पूछताछ की तो भास्कर को छोड़ दिया गया। हालांकि, उनके फोन रख लिए गए। बाद में परिजनों के कहने पर फोन भी लौटा दिए गए। भास्कर के ऊपर कोई मुकदमा नहीं किया गया। अयोध्या में पढ़ाई के दौरान मौत
कुछ समय बाद भास्कर ने अयोध्या में अपने ही चाचा के साथ वकालत की पढ़ाई शुरू कर दी। भास्कर के पेपर चल रहे थे और आखिरी पेपर से पहले वह खाना खाने के लिए निकले, लेकिन बस में बैठते ही उत्तराखंड पुलिस के अधिकारी उन्हें अपने साथ ले गए। जब तक उनके चाचा ने भास्कर का पता लगाया और उनके परिवार वालों को सूचित किया। तब तक देर हो चुकी थी। अयोध्या जिला हॉस्पिटल में भास्कर का शव मिला। भास्कर पर आरोप था कि उन्होंने फर्जी स्लिप कार्यालय भेजकर ट्रांसपोर्टर को 52 लाख का चूना लगाया था। वहीं, भास्कर के परिजनों का आरोप है कि उत्तराखंड पुलिस के साथ यूपी पुलिस ने मिलकर भास्कर की हत्या की साजिश रची है। परिवारजनों ने भास्कर के साथ रहने वाले चाचा पर भी समय से जानकारी नहीं देने का आरोप लगाया है।