‘क्या फायदा ऐसी डिग्री का…’, बेरोजगार युवक ने डिग्रियां जलाकर लगाई फांसी; ‘पेपर लीक’ से था परेशान

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‘क्या फायदा ऐसी डिग्री का…’, बेरोजगार युवक ने डिग्रियां जलाकर लगाई फांसी; ‘पेपर लीक’ से था परेशान
उत्तर प्रदेश में हुई पुलिस भर्ती की परीक्षा के बाद पेपर लीक की खबरें सामने आ रही हैं। ऐसे में एक बेरोजगार युवक ने अपनी डिग्रियों को जलाकर मौत को गले लगा लिया। युवक ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें उसने लिखा है कि क्या फायदा ऐसी डिग्री का जो एक नौकरी ना दिला सकी।
यूपी में पिछले शनिवार और रविवार को पुलिस भर्ती की परीक्षा कराई गई। वहीं अब कई जगहों से पेपर लीक होने की खबरें सामने आ रही हैं। इस बीच कन्नौज जिले के एक युवक ने पेपर लीक होने की खबरें सामने आकर आत्महत्या कर ली है। पूरा मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के भूड पुरवा गांव का है। युवक ने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा है। युवक का सुसाइड नोट बेहद ही मार्मिक है। युवक ने लिखा है कि उसने अपनी पढ़ाई के सारे प्रमाण पत्र जला दिए हैं। वहीं कोतवाली प्रभारी विष्णु कांत तिवारी ने बताया कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। कथित ‘सुसाइड नोट’ में ब्रजेश पाल नाम के युवक ने अपनी आत्महत्या करने का कारण बेरोजगारी बताया है। युवक ने सुसाइड नोट में लिखा है कि ”मेरे माता पिता मुझको माफ कर देना, मैं आपको धोखा देने जा रहा हूं। मेरी मौत के बाद किसी को परेशान ना किया जाये। मैं अपनी मौत का खुद जिम्मेवार हूं। मैं अब और जीना नहीं चाहता हू्ं। हमें किसी प्रकार की कोई तकलीफ नहीं थी। बस हमारा मन भर गया है और आज मैं सबका साथ न छोड़ने जा रहा हूं, हो सके तो हमको माफ कर देना।”
युवक ने आगे लिखा है कि ”आज का दिन हमारे लिए आखिरी है। आज हमने अपनी मां के साथ खाना खाया और हम अपने मां-बाप को धोखा देने जा रहे हैं। पापा का ख्याल रखना और बोल देना हमारा तुम्हारा इतना ही साथ था। संगीता की शादी अच्छे से करना भले ही हम नहीं हैं। हमने B.Sc. के सारे कागज जला दिये हैं। क्या फायदा ऐसी डिग्री का जो एक नौकरी न दिला सकी। हमारी आधी उम्र पढ़ते-पढ़ते निकल गई, इसलिए हमारा मन भर गया है।”वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी एक्स पर इस बात को लेकर पोस्ट किया है। अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा है कि ” ये एक बेहद दुखद खबर है कि बेरोजगारी की त्रासदी से निराश होकर कन्नौज में एक युवा बृजेश पाल ने फांसी लगाकर जान दे दी और और ऐसा करने से पहले उसने अपनी सारी डिग्रियां जला डाली। जीवन देना कोई समाधान नहीं होता, संघर्ष ही समाधान का रास्ता निकालता है। भाजपा सरकार में नौकरी की उम्मीद बेमानी है। जो भाजपा अपनी सरकार बनाने के लिए हर हथकंडा अपनाती है, वो नौकरी देने के नाम पर क्यों मुकर जाती है।”

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