जिस मंदिर का निर्माण अधूरा हो, वहां प्राण प्रतिष्ठा नहीं की जा सकती-दिग्विजय सिंह
कांग्रेस के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि जिस मंदिर का निर्माण अधूरा हो वहां प्राण प्रतिष्ठा नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थापित धर्मगुरु ने निमंत्रण स्वीकरा नहीं किया है।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि धर्म शास्त्र के अनुसार जिस मंदिर का निर्माण अधूरा हो, वहां किसी भी मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा नहीं की जा सकती, यह अशुभ माना जाता है। मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी द्वारा अयोध्या में राम मंदिर के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह का निमंत्रण अस्वीकार करने पर पार्टी सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा, “कितने आमंत्रित व्यक्तियों ने निमंत्रण स्वीकार किया है? किसी भी स्थापित धर्म गुरु ने निमंत्रण स्वीकार नहीं किया है… उन्होंने आपत्ति जताई है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस ही नहीं बल्कि सभी राजनीतिक दल जिन्हें निमंत्रण मिला है – शिवसेना, राजद, जद (यू), टीएमसी, सीपीआई, सीपीआई (एम)- कौन इसमें भाग ले रहा है?… भगवान राम सबके हैं. …हमें मंदिर जाकर खुशी होगी लेकिन पहले निर्माण पूरा हो जाए। उन्होंने तो इसे भाजपा का एक आयोजन बना दिया है।”कांग्रेस पार्टी ने 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का न्योता ठुकरा दिया है। राम जन्मभूमि ट्रस्ट की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी को न्योता भेजा था। लेकिन कांग्रेस पार्टी की ओर से एक वक्तव्य जारी कर इस निमंत्रण को अस्वीकर कर दिया गया। कांग्रेस पार्टी की ओर से जारी वक्तव्य में यह कहा गया कि बीजेपी और आरएसएस ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का राजनीतिकरण कर दिया है।