वॉशिंगटन. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि क्वाड समूह हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आक्रामकता और जबरदस्ती के खिलाफ समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने के लिए एक ताकतवर तंत्र बन रहा है। वे ऑस्ट्रेलिया में क्वाड विदेश मंत्रियों की मंत्रिस्तरीय बैठक और फिजी व हवाई में अन्य कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए हिंद-प्रशांत के दौरे पर रवाना हुए।
ब्लिंकन ने कहा, हम क्वाड देशों भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के साथ नेतृत्व स्तर पर शिखर सम्मेलन के बाद पहली और सबसे अहम बैठक करेंगे। उन्होंने कहा, क्वाड देशों के बीच एक बड़े हिस्से में टीका लगाने और वहां आक्रामकता के खिलाफ समुद्री सुरक्षा को लेकर मजबूत तंत्र बना है।
हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आक्रामकता को लेकर उनका इशारा चीन की तरफ था। ब्लिंकन का जोर समुद्री सुरक्षा व प्रौद्योगिकी को लेकर सकारात्मक तरीकों के विस्तार पर रहा। उन्होंने कहा कि वे नेताओं और समुदायों के साथ उनके साझा मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए उत्पादक बैठकों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इस बैठक में भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस. जयशंकर, जापान से हयाशी योशिमासा और ऑस्ट्रेलिया से पायने शिरकत करेंगे।
ऑस्ट्रेलिया पहुंचे ब्लिंकन
हिंद-प्रशांत क्षेत्र के चाल लोकतांत्रिक देश- भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के बीच चौथी मंत्रिस्तरीय बैठक के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन मेलबर्न पहुंच गए हैं। यहां उनकी मुलाकात चारों देशों के विदेश मंत्रियों से होनी है। यह बैठक यूक्रेन में रूसी घुसपैठ को लेकर पैदा हुए डर के माहौल में हो रही है।