एजेंसी न्यूज
नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का सोमनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना किए जाने के बाद विवाद गहरा गया है। दरअसल, राहुल गांधी ने सोमनाथ मंदिर में गैर हिंदू के तौर पर अपना नाम दर्ज कराया है। बता दें कि सोमनाथ मंदिर में गैर हिंदू दर्शनार्थियों को दर्शन से पहले इस रजिस्टर में अपना नाम दर्ज करना पड़ता है।
मंदिर परिसर में लगे बोर्ड पर स्पष्ट लिखा है कि सोमनाथ एक हिंदू मंदिर है और गैर हिंदू अनुमति लेने के बाद ही इसमें प्रवेश और दर्शन कर सकते हैं। साथ ही इसके लिए बनाए गए रजिस्टर में गैर हिंदुओं को अपना नाम और विवरण भरना होता है। राहुल गांधी के साथ सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल भी दर्शन करने पहुंचे थे।
हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राहुल गांधी के मीडिया कोऑर्डिनेटर मनोज त्यागी ने सोमनाथ मंदिर के एंट्री रजिस्टर में राहुल गांधी और अहमद पटेल का नाम दर्ज किया है। सोशल मीडिया पर लोग सवाल पूछ रहे हैं कि कांग्रेस उपाध्यक्ष को गैर हिंदू के तौर पर एंट्री क्यों करनी पड़ी? मनोज त्यागी द्वारा एंट्री में रजिस्टर किए जाने का विवरण सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
विवाद होने के बाद कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा सामने आए और उन्होंने बीजेपी पर ही आरोप जड़ दिया। उन्होंने कहा कि सोमनाथ मंदिर में ये राहुल गांधी के असली हस्ताक्षर हैं। दूसरे हस्ताक्षर में श्राहुल गांधी जीश् लिखा गया है। सवाल ये है कि राहुल खुद को जी क्यों लिखेंगे? उन्होंने कहा कि पता नहीं ऐसा किसने लिखा है? बीजेपी जो कर सकती है वो कर रही है, वह असली मुद्दों से ध्यान भटका रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि राहुल जी ने विजिटर्स बुक में एंट्री की थी। उन्होंने कहा कि जिन हस्ताक्षर की बात हो रही है, वह न तो राहुल गांधी के हैं और न ही उन्हें ऐसा कोई रजिस्टर दिया गया था। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जी न केवल एक हिंदू हैं, बल्कि वो एक जनेऊधारी हिंदू हैं। इसलिए भाजपा को इस स्तर की राजनीतिक प्रवचन नहीं देना चाहिए।