रुद्रपुर। जिन हाथों में कलम-किताबें और बैट-बाल होना चाहिए वो ईंट पत्घ्थर ढोने के साथ भीख मांगने के लिए मजबूर हैं। लेकिन इन्घ्हें भिक्षावृत्ति से निकालने का बीड़ा ऊधमसिंहनगर पुलिस ने उठाया है। जिले में भिक्षा नहीं शिक्षा दें अभियान के तहत पुलिस ने भिक्षावृत्ति और कूड़ा एकत्र करने वाले 25 बच्चों का राजकीय प्राथमिक विद्यालय भदईपुरा में प्रवेश कराया, जबकि शेष 94 अन्य बच्चों का भी शहर के अलग-अलग प्राथमिक स्कूलों में एडमिशन कराया जाएगा।
पुलिस मुख्यालय के आदेश के बाद ऊधमसिंह नगर में पुलिस महकमा ऑपरेशन मुक्ति चला रहा है। भिक्षा नहीं शिक्षा दें स्लोगन के साथ पुलिस ने जिले भर में 241 भिक्षावृत्ति और कूड़ा बीनने वाले बच्चों को चिह्नित किया था। रुद्रपुर सर्किल में ही पुलिस ने 119 बच्चों को चिह्नित किया गया। इसके बाद पुलिस कर्मियों ने परिजनों की काउंसलिंग कर बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित किया।
गुरुवार को अभियान के तहत एसएसपी बरिंदरजीत सिंह की मौजूदगी में भदईपुरा स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय में 25 बच्चों को ऑपरेशन मुक्ति के तहत प्रवेश दिलाया गया। इस दौरान एसएसपी ने बताया कि शेष 94 बच्चों का भी रम्पुरा, भूतबंगला, ट्रांजिट कैंप, पहाडगंज के सरकारी स्कूलों में प्रवेश कराया जाएगा। उन्होंने बच्चों के परिजनों से आग्रह किया कि वह अपने बच्चों को रोजाना स्कूल भेंजे।
इस अवसर पर एसपी सिटी देवेंद्र पिंचा, सीओ अमित कुमार, कोतवाल कैलाश चंद्र भटट, प्राथमिक विद्यालय भदईपुरा के प्रधानाध्यापक विश्वनाथ शर्मा, रम्पुरा चैकी प्रभारी केजी मठपाल, एसआइ विपिन जोशी, आपरेशन मुक्ति के इंचार्ज दिनेश बल्लभ, कांस्टेबल प्रेम गिरी, शायरा बानो, नंदनी वर्मा, अशुंल कपूर समेत तमाम पुलिस कर्मी मौजूद थे।