वर्चुअल क्लासेज के माध्यम से छात्रों से रूबरू हुए शिक्षा मंत्री

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देहरादून। वर्चुअल क्लासेज के माध्यम से उत्तराखंड बोर्ड की परीक्षा देने जा रहे छात्रों से शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे रूबरू हुए। उन्घ्होंने छात्र-छात्राओं को बधाई दी और कहा अपने माता-पिता व देश-प्रदेश का नाम रोशन करो। साथ ही छात्रों के सवालों के जवाब भी दिए।
मंत्री ने बच्चों से कहा कि जब भी जीवन में कठिनाई आए महापुरुषों से सीख लें। शिवाजी ने कहा था कि युद्ध से पहले की गई तैयारी का खासा महत्व। इससे रण में रक्त कम बहता है। मेहनत से ही सफलता मिलेगी। अतीत को कभी नहीं भूलता। आपके हालात में अपने हालात दिखाई देते हैं। बच्चों से कहा कि कई के पिता कोई छोटा व्यवसाय करते होंगे। यह बात आपको झकझोरती होगी। कई कठिनाईयां आती होंगी।
पूर्व राष्ट्रपति कलाम का उदाहरण देते कहा कि उन्होंने अभावग्रस्त जीवन से निकलकर सफलता की इबारत लिखी। असफलताओं से उन्होंने कभी हार नहीं मानी, बल्कि अपनी काबिलियत, दृढ़ इच्छा शक्ति व सतत प्रयास के बूते इसे सफलता में बदला। एक सफलता या असफलता से जीवन नहीं बदलता। एक एग्जाम पास करेंगे तो कई और एग्जाम और देने पड़ेंगे।
उन्होंने कहा कि माता पिता आपके शुभचिंतक हैं। यदि वह कुछ बोल रहे हैं तो आपकी भलाई के लिए। वह चाहते हैं कि आप ऊंचा मुकाम हासिल करें। आपकी चिंता करना उनका अधिकार। जीवन की मुश्किलों व कठिनाइयों का सकारात्मकता के साथ सामने करें। अपने हालात की समीक्षा करें और सोचें कि इन परिस्थितियों से कैसे बाहर निकला जाए। सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने एकाग्रता व समय प्रबंधन का महत्व बताया। किसी एक परीक्षा अच्छी नहीं हुई तो उसके विषय में ज्यादा नहीं सोचें, बल्कि आगे बढ़ें। किसी एक विफालता का इफेक्ट अपनी अगली परीक्षा पर न पड़ने दें। परीक्षा आपके आत्मविश्वास व धैर्य का भी टेस्ट है।
जीआइसी टंग्सा की छात्रा मोनिका ने इस पहल के लिए शिक्षा मंत्री का आभार व्यक्त किया। जीआइसी नारायण नगर से एक अभिभावक ने संसाधनों की कमी का मुद्दा उठाया। कहा विद्यालय में 500 से ऊपर बच्चे। बैठने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं। चार कक्ष बनाने की मांग। मंत्री ने जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया। जीआइसी मनेरी से छात्र अंशुमान सिंह ने टीचर की कमी का मामला रखा। कहा बिना शिक्षक पढ़े कैसे। कई विषय के शिक्षक नहीं हैं। मंत्री ने कहा कि विषयवार शिक्षक पहुंचे इसका प्रयास। गेस्ट टीचर का मामला कोर्ट में चला गया। क्षमा प्रार्थी हूं कि इस कार्य में विलम्ब हुआ। सप्ताह के भीतर नियुक्ति होगी। संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई की बात भी कही। मंत्री बोले खुद पर जिम्मेदारी लेता हूं। आगे बच्चों को शिक्षक विहीन नहीं होना पडेगा।

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