समय से मिले इलाज तो टीबी नहीं लाइलाज

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हुकूमत एक्सप्रेस
मुरादाबाद। सीबीसीआई कार्ड एवं स्वास्थ्य विभाग ने संयुक्त रूप से टीबी रोगियों के जन जागरूकता हेत रोगी जागरूकता बैठक का आयोजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ताजपुर में किया। इस अवसर पर एपिडेमिकलोजिस्ट अजीजुर रहीम ने टीबी रोगियों को उनके द्वारा इच्छा शक्ति से बीमारी पर विजय प्राप्त का आह्वान किया और कहा कि इच्छा शक्ति से बड़े से बड़े कठिनाई और बीमारी से ठीक होने में मदद मिलती है, उन्होंने टीबी रोगियों को आत्मविश्वास बनाए रखने की सलाह दी और कहा कि डॉट प्रणाली से किए जा रहे क्षय रोग के उपचार पर वह पूर्ण भरोसा रखें। जो व्यक्ति ठीक हो गए हैं वह अन्य रोगियों का हौसला बढ़ाने में मदद करें। सीबीसीआई कार्ड के जिला समन्वयक विजय सिंह ने ने बताया कि टीबी के उन्मूलन में पूर्व टीबी रोगियों का महत्वपूर्ण स्थान है। स्वस्थ समाज की स्थापना हेतु पूर्व में टीबी का इलाज ले चुके ऐसे रोगी जो उपचार उपरांत स्वस्थ हो चुके हैं, टीबी के उन्मूलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इसलिए आवश्यकता है कि पूर्व में टीबी रोगी रहे या टीबी का उपचार ले रहे व्यक्ति अपने गांव मोहल्ले, अड़ोस पड़ोस एवं सगे संबंधियों को टीबी से बचाव के उपचार बताएं ताकि टीबी के संक्रमण को रोका जा सके।
इस अवसर पर आरएनटीसीपी के डीपीसी डॉक्टर मोहम्मद जावेद ने कहा कि टीबी लाइलाज रोग नहीं है , समय से इसकी पहचान और पूर्ण उपचार से रोगी पूर्णता स्वस्थ हो जाता है और निरोगी जीवन व्यतीत कर सकता है। डॉ मुहम्मद जावेद ने बल दिया कि खांसते समय मुंह पर साफ रूमाल अवश्य रखें। दो हफ्ते से अधिक की खांसी टीबी हो सकती है इसलिए लक्ष्मण होते ही सरकारी स्वास्थ्य केंद्र एवं अस्पताल में जाकर निशुल्क जांच अवश्य कराएं। टीबी की जांच और उपचार पूर्णता निशुल्क उपलब्ध है। पीपीएम कोऑर्डिनेटर मनोज कुमार ने बताया कि टीबी की रोकथाम के हेतु शहर से लेकर गांव तक पोस्टर होल्डिंग लगाए जा रहे हैं और मंदिर मस्जिदों से अनाउंसमेंट कराकर लोगों को टीबी बीमारी के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इस अवसर पर सुमित कुमार संदीप भारती , गौरव कुमार आश्कि हुसैन ने भी सहयोग प्रदान किया।

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