रोमानिया की एंबेसडर ने भारत में अपने अनुभवों पर लिखी किताब, चार दशकों का अनुभव किया साझा
रोमानिया की एंबेसडर ने एक किताब लिखा है, जिसे लॉन्च किया गया। इस किताब में उन्होंने भारत में बिताए गए अपने समय के अनुभवों को साझा किया है।
रोमानिया की एंबेसडर ने किताब के जरिए बताया भारत का अनुभव।
नई दिल्ली: रोमानिया की एंबेसडर डेनिएला सेजोनॉव तने ने एक किताब लिखी है। इस किताब का नाम उन्होंने ट्वाइलाइट क्रोनिकल्स (Twilight Chronicles) रखा है। अपनी किताब में उन्होंने भारत में अपने अनुभवों को साझा किया है। रोमनिया की एंबेसडर डेनिएला सेजोनॉव तने की ये किताब भारत के रंगों, त्योहारों, शहरों की खूबसूरती के बारे में बताती है। इसके अलावा ये किताब एक विदेशी लड़की की नजर से भारत को दिखाती है
बता दें कि इस किताब को दिल्ली के हौज खास के एक आर्ट गैलरी में लॉन्च किया गया है। किताब की लॉन्चिंग के दौरान मीनाक्षी लेखी, पूर्व रोमानिया एम्बेसडर, जामिया मिलिया इस्लामिया के प्रोफेसर और भारत में रह रहे कई डिप्लोमेट्स ने भी शिरकत की। इस किताब में ऋषिकेश से लेकर लद्दाख तक की कहानियां हैं। ये किताब शुरुआत मे उन विदेशी नागरिकों के लिए लिखी गई थी जो भारत नहीं आये हैं और भारत को समझना चाहते हैं।
इस मौके पर किताब की लॉन्चिंग के साथ-साथ एक फोटो एग्जीबिशन भी रखा गया। इस फोटो एग्जीबिशन की खास बात ये रही कि इसमें दिखाई गई सभी फोटो डेनिला और उनके पती पॉल ने अपने भारत भ्रमण के दौरान खींची हैं। बता दें कि डेनिएला सेजोनॉव तने जूनियर डिप्लोमेट के तौर पर नब्बे के दशक में भी भारत में काम कर चुकी हैं और इस किताब में उन्होंने अपने चार दशकों के अनुभवों को समेटा है। इस किताब को पढ़कर विदेशी नागरिक तो भारत के बारे में समझ ही सकेंगे, साथ ही भारतीय भी ये जान सकेंगे कि एक विदेशी महिला उनके देश को किस नज़रिए से देखती है।
किताब की लॉन्चिंग के मौके पर रोमानिया की एंबेसडर डेनिएला सेजोनॉव तने ने कहा, ‘मैंने पहली बार होली तब देखी, जब मैं ऋषिकेश जा रही थी। लोग एक-दूसरे पर बाल्टियों से पानी फेंक रहे थे। हमने हरिद्वार से ऋषिकेश के लिए एक रिक्शा बुक किया। मेरे साथ एक इतालवी युवक था, वो भी टूरिस्ट था। लोग हम पर रंगीन पानी फेंक रहे थे। जब हम ऋषिकेश पहुंचे तो रंग से सरोबार थे। हम पीले और नीले रंग में रंग चुके थे। ये सब काफी मज़ेदार था। मुझे उम्मीद है कि मेरी किताब पढ़कर भारत के लोग भी देश को एक नए नज़रिए से देखेंगे। शशि थरूर ने इस किताब की प्रस्तावना में लिखा है कि इसमें भारत को भारतीय की दृष्टि से ही लिखा गया है। भारत के प्रति पूरा सम्मान दिखाया है, लेकिन इसमें एक आउटसाइडर का नज़रिया भी है।
वहीं इस प्रोग्राम में पूर्व विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी भी शामिल हुईं। मीनाक्षी लेखी ने कहा कि डेनिएला ने जिस तरह से ये किताब लिखी है, उससे साफ पता लग रहा है कि भारत के प्रति उनके दिल में कितना सम्मान है। भारत से बहुत प्रेम है उनको, भारत के प्रति जो उनका भाव है उसे लेकर उन्होंने इसे लिखा है। ये किताब आने वाले समय में जो भी विदेशी भारत में आएंगे तो ये जानना-समझना आवश्यक है। भारत के प्रति उनका प्रेम झलकता है