बलिया: बिहार बॉर्डर पर अवैध वसूली मामले में निलम्बित थानाध्यक्ष गिरफ्तार, 23 लोगों के खिलाफ केस दर्ज
डीआईजी और एडीज के नेतृत्व में पुलिस ने इस मामले का भंडाफोड़ किया था। एसपी और एएसपी का ट्रांसफर और सीओ को सस्पेंड किया गया था। पूरी चौकी स्टाफ को भी सस्पेंड कर दिया गया था।
बलिया (उप्र): बलिया जिले के नरही क्षेत्र में यूपी-बिहार बॉर्डर पर पुलिसकर्मियों द्वारा वाहन चालकों से कथित वसूली के मामले में निलम्बित थानाध्यक्ष को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। आजमगढ़ परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) वैभव कृष्ण ने रविवार शाम को बताया कि बलिया पुलिस के विशेष अभियान समूह की टीम ने नरही के निलम्बित थानाध्यक्ष पन्ने लाल को आज गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने किया मामले का भंडाफोड़
डीआईजी ने गत 25 जुलाई को को बताया था कि बलिया जिले के नरही थाना क्षेत्र में बिहार सीमा पर पुलिस कर्मियों द्वारा वाहनों से कथित वसूली का वाराणसी परिक्षेत्र के अपर पुलिस महानिदेशक पीयूष मोर्डिया की अगुवाई में वरिष्ठ अधिकारियों ने भंडाफोड़ किया था। पुलिस ने इस मामले में दो पुलिसकर्मियों और 16 बिचौलियों को गिरफ्तार किया था।चौकी में तैनात सभी पुलिसकर्मियों पर गिरी थी गाज
डीआईजी कृष्ण ने बताया कि इस मामले में नरही थानाध्यक्ष पन्ने लाल तथा कोरंटाडीह चौकी के प्रभारी राजेश कुमार प्रभाकर समेत चौकी में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को निलम्बित कर दिया था। इस बीच, पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने रविवार को संवाददाताओं को बताया कि इस मामले में फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है।23 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज
पुलिस उप महानिरीक्षक कार्यालय में निरीक्षक सुशील कुमार की तहरीर पर नरही थाने में पन्ने लाल, राजेश कुमार प्रभाकर, मुख्य आरक्षी विष्णु यादव और आरक्षी बलराम सिंह, दीपक मिश्रा, हरि दयाल और सतीश गुप्ता सहित कुल 23 लोगों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।