नई दिल्ली। आईएनए स्थित दिल्ली हाट में एसएफएसी और एफ2डीएफ प्राइवेट लिमिटेड द्वारा आयोजित 2024-25 का पहला एफपीओ मेला सोमवार को संपन्न हुआ, जो किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) और टिकाऊ कृषि को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ। तीन दिनों में आयोजित इस कार्यक्रम में 30,000 से अधिक आगंतुक पहुंचे, इस मेले में भारत भर के 55 एफपीओ के विविध उत्पादों का प्रदर्शन किया गया, जिसमें 1,000 से अधिक किसान शामिल रहे। इस कार्यक्रम में शामिल हुए माननीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एफपीओ को समर्थन देने और किसानों की आजीविका बढ़ाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। श्री चौहान ने कहा कि भारतीय कृषि को बदलने में इस मेले की सफलता एफपीओ की क्षमता का एक उदाहरण है। हम एफपीओ को फलने-फूलने और किसानों की समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। और मेले में 30 हजार से अधिक आगंतुक आए, यह इस मेले की एक शानदार सफलता है।” शिवराज चौहान ने कहा, ” सरकार किसानों के साथ खड़ी है। ये एक आंदोलन बन चुका है। हमारे देश में किसानों को आगे बढ़ानें के लिए एक संगठन की शक्ति की जरूरत है।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद देते हुए कहा, “उन्होंने 10 हजार एफपीओ का लक्ष्य रखा है और अब यह संख्या करीब 8875 पहुंच गई है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हम एफपीओ को नई ऊंचाईयों पर ले जाएंगे। कुछ एफपीओ का अब टर्नओवर 1 करोड़ है।” चौहान ने कहा, ” देश भर में 24 एफपीओ मेले आयोजित करने का लक्ष्य है। किसान अपने उत्पाद बनाते हैं लेकिन उत्पादों का विज्ञापन और विपणन करने के लिए कोई मंच नहीं है।अगर उन्हें सही मंच मिल जाए तो उनके उत्पाद खूब बिकेंगे। किसानों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। साथ ही उनके उत्पादों की ऑनलाइन ऑर्डर की भी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा, ” हम कम ब्याज दर पर ऋण देने की योजना शुरू करेंगे। जिसका किसान लाभ उठा सकेंगे। फैज अहमद किदवई, अतिरिक्त सचिव ने टिकाऊ कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने में एफपीओ की भूमिका पर जोर देते हुए कहा, “एफपीओ टिकाऊ कृषि को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, यह सुनिश्चित करते हैं कि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिले और साथ ही उपभोक्ताओं की जरूरतों को भी पूरा किया जाए। एसएफएसी एमडी श्रीमती मनिंदर कौर ने कार्यक्रम की सफलता और इसके प्रभाव पर अपनी संतुष्टि व्यक्त की। उन्होंने कहा, “किसानों और आगंतुकों दोनों की ओर से मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया उत्साहजनक रही है। इस मेले ने न केवल एफपीओ को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान किया है, बल्कि किसानों और उपभोक्ताओं के बीच संबंधों को भी मजबूत किया है, जिससे भविष्य में सहयोग का मार्ग प्रशस्त हुआ है। “ये मेला किसान और आगंतुकों दोनों के लिए बेहतरीन रहा है। इस मेले ने न केवल एफपीओ को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच दिया, बल्कि किसानों और उपभोक्ताओं के बीच संबंधों को भी मजबूत किया है। जिससे भविष्य में किसानों को बहुत सहयोग प्राप्त हो सकेगा। एफ2डीएफ(किसान की ऑनलाइन दुकान) सीओओ श्री राहुल ढींगरा ने कहा, ” तीन दिवसीय एफपीओ मेला एक बड़ी सफलता रही है और हम कृषि मंत्रालय के समर्थन और मार्गदर्शन के लिए आभारी हैं। कृषि स्थिरता और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में प्रत्यक्ष किसान-उपभोक्ता बातचीत का महत्व बहुत अधिक है। राज्य अधिकारियों के अनुसार इस मेले के दौरान 1 करोड़ रुपये के उत्पादों की बिक्री की गई। इसके अतिरिक्त भविष्य के ऑर्डर के लिए कई बी2बी उत्पादों की बुकिंग की गई, जो किसानों के लिए मजबूत समर्थन का संकेत है। दिल्ली हाट में आयोजित यह एफपीओ मेला 2024-25 के लिए देश भर में आयोजित होने वाले 24 आयोजनों में पहला है, जिसका उद्देश्य देश भर में एफपीओ को बढ़ावा देना और उनका समर्थन करना है। आयोजकों ने किसानों के कृषि के प्रति समर्पण और बाजार में उनके द्वारा लाए गए बेहतरीन उत्पादों को इस मेले में शामिल करने के लिए धन्यवाद किया।