क्या शिरडी में शरद पवार पर हमला बोलकर पीएम मोदी ने यह साफ कर दिया है कि उनकी NDA में No Entry है? जानें जनता की राय

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क्या शिरडी में शरद पवार पर हमला बोलकर पीएम मोदी ने यह साफ कर दिया है कि उनकी NDA में No Entry है? जानें जनता की राय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिरडी में दिए अपने भाषण में बगैर नाम लिए शरद पवार पर जमकर निशाना साधा। पीएम मोदी के भाषण से यह साफ हो गया है कि अब शरद पवार की एनडीए में नो एंट्री है।
India Tv Poll : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने महाराष्ट्र दौरे पर जहां शिरडी के मंदिर में पूजा की वहीं एक जनसभा शरद पवार के खिलाफ कुछ ऐसा बयान दिया जिससे ऐसा लगने लगा कि उनकी एनडीए में एंट्री संभव नहीं है। हमदनगर जिले के शिरडी में बृहस्पतिवार को अपने संबोधन के दौरान मोदी ने राकांपा प्रमुख शरद पवार का नाम लिए बिना कहा था, ‘महाराष्ट्र में कुछ लोगों ने किसानों के नाम पर सिर्फ राजनीति की। महाराष्ट्र के एक वरिष्ठ नेता देश के कृषि मंत्री रह चुके हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से उनका सम्मान करता हूं, लेकिन उन्होंने किसानों के लिए क्या किया?’ शरद पवार यूपीए की सरकार में केंद्रीय कृषि मंत्री रहे थे। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि जब पवार केंद्रीय कृषि मंत्री थे तब किसानों को बिचौलियों की दया पर निर्भर रहना पड़ता था। पीएम मोदी के इस बयान के बाद बदले सियासी माहौल को लेकर इंडिया टीवी ने एक पोल किया जिसके परिणाम चौंकाने वाले रहे।
शिरडी में शरद पवार पर हमला बोलकर पीएम मोदी ने यह साफ कर दिया है कि उनकी NDA में No Entry है?
हमने अपने पोल में जनता से यह पूछा था कि ‘ क्या शिरडी में शरद पवार पर हमला बोलकर पीएम मोदी ने यह साफ कर दिया है कि उनकी NDA में No Entry है?’ इसके लिए हमने जनता के सामने ‘हां’,’नहीं’ और ‘कह नहीं सकते’ तीन ऑप्शन दिए थे। इस पोल में जनता ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। हमें कुल 6559 लोगों की राय जानने का मौका मिला। इस पोल में ज्यादातर लोगों का कहना था कि शिरडी में शरद पवार पर हमला बोलकर पीएम मोदी ने यह साफ कर दिया है कि उनकी NDA में No Entry है।
आंकड़ों की बात करें तो इस मतदान में कुल 6559 लोगों ने हिस्सा लिया। इनमें से ज्यादातर, यानी 85 फीसदी लोगों का मानना था कि शिरडी में शरद पवार पर हमला बोलकर पीएम मोदी ने यह साफ कर दिया है कि उनकी NDA में No Entry है। वहीं करीब 9 फीसदी लोगों का मानना था कि ऐसा नहीं है। जबकि करीब 6 फीसदी लोगों ने ‘कह नहीं सकते हैं’ का ऑप्शन चुना।

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