छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में आए दिन ऑटो चालक और ई-रिक्शा चालकों के बीच टकराव की खबरें आती रहती हैं। लेकिन शनिवार दोपहर 12 बजे को ई रिक्शा चार्जिंग पॉइन्ट पर तोड़फोड़ की खबर फैलने पर विवाद और बढ़ गया। इस कारण ई-रिक्शा चालकों ने सड़क पर प्रदर्शन किया और लंबा जाम लग गया। जिन चार्जिंग पॉइन्ट पर तोड़फोड़ की गई है वहां रोज सैकड़ों लोग हर दिन अपनी ई रिक्शा चार्ज करते थे। वहां पर तोड़फोड़ की सूचना मिलते ही लोग इकठ्ठे होने लगे और चार्जिंग प्वाइंट में तोड़फोड़ करने की बात कहकर चक्काजाम कर दिया। वहीं ई-रिक्शा चालक ऑटो चालकों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। चूंकि ई-रिक्शा चलाना आसान है, महिलाएं भी अपनी रोज रोटी के लिए बड़ी संख्या में ई-रिक्शा चलाती हैं। इस कारण वहां बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद थीं वहां उन्होंने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए। वहीं महिलाओं ने आरोप लगाया कि ऑटो वाले पेट पर लात मार रहे हैं। पुलिस पहुंची और ऑटो चालकों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। एफआईआर अज्ञात पर हुई है सड़क पर चक्काजाम 12 बजे शुरू हुआ। चक्काजाम के दौरान रायपुर की ओर से एक हरी एंबुलेंस पहुंची तो चक्काजाम करने वाली महिलाओं ने खुद से आगे आकर उसे जगह दी। यह दौर डेढ़ घंटे चलता रहा। बस, ट्रक, कार वाले इसमें फंसे रहे। पुलिस वाले लगातार ई-रिक्शा चालकों को समझाते रहे। वे मानने को तैयार नहीं थे।