रुद्रपुर– सडक दुर्घटनाओ पर अंकुश लगाने के लिए जिलाधिकारी डा0 नीरज खैरवाल व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बरिंदरजीत सिंह की अध्यक्षता में सडक सुरक्षा समिति की बैठक कलक्टेªेट सभागार में आयोजित की गई। जिलाधिकारी ने कहा सडको के सुधारीकरण व यातायात व्यवस्था में सुधार लाने के लिये सम्बन्घित अधिकारी लगातार प्रयास करे। जिलाधिकारी ने कहा इस बैठक का मुख्य उद्देश्य सडक दुर्घटनाओ पर अंकुश लगाना व लोगो को सुचारू यातायात व्यवस्था उपलब्ध कराना है। उन्होने सभी उप जिलाधिकारियो व पुलिस क्षेत्राधिकारियो को निर्देश देते हुए कहा सडक सुरक्षा के लिए विशेष मुहिम चलाये व इसके लिए कारगर योजना बनाये ताकि भविष्य मे अच्छी योजना बनाकर सडक दुर्घटना पर अंकुश लगाया जा सके। जिलाधिकारी ने पिछली बैठकों मे निर्देश दिये थे जनपद मे जो भी दुर्घटनाएं होती है, उप जिलाधिकारी व पुलिस क्षेत्राधिकारी संयुक्त रूप से उसका मौका मुयाना कर फोटोग्राफी कराते हुए अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। इन निर्देशो का पालन न करने पर जिलाधिकारी द्वारा इसे गम्भीरता से लेते हुए सभी उप जिलाधिकारियो व पुलिस क्षेत्राधिकारियों व एआरटीओ का वेतन रोकने के निर्देेश दिये है। उन्होने निर्देश देते हुए कहा जनपद मे कोई भी वाहन बिना नम्बर का नही चल रहा है साथ ही कोई भी डम्फर का साईज मानको से अधिक नही है इसका प्रमाण पत्र सभी उप जिलाधिकारी व पुलिस क्षेत्राधिकारी संयुक्त रूप से उपलब्ध करायेंगे तभी उनका वेतन आहरित किया जायेगा। उन्होने निर्देश देते हुए कहा सभी उप जिलाधिकारी प्रत्येक माह अपने परगने मे सडक सुरक्षा सम्बन्धित बैठक अवश्य रूप से आयोजित करंेगे। जिलाधिकारी ने ओवर स्पीड, ओवर लोडिंग, खतरनाक तरीके से ड्राइविंग, बिना लाईसेंस, सीट बैल्ट का उपयोग न करने वाले, मोबाइल से वार्ता करते हुए तथा मदिरा का सेवन कर ड्राईविंग करने वालो के खिलाफ सख्ती से कार्यवाही करते हुए उनके लाईसेंस निलम्बन करने के निर्देश दिये। उन्होने कहा जिनके भी लाईसेंस निरस्त किये जाते है, उसकी सूचना मीडिया को भी उपलब्ध कराई जाए ताकि लोगो मे जागरूकता आ सके। जिलाधिकारी ने कहा जनपद मे सभी रूटो पर वाहनो की गति सीमा प्रदर्शित करने हेतु शाईनएज लगाये जाए, शाईनएज लगाने के उपरान्त ही लोनिवि के अधिशासी अभियंताओ का वेतन आहरित किया जायेगा। उन्होने कहा तोषण योजना के अन्तर्गत सडक दुर्घटनाओ मे मृतक के परिवारजन को चिन्हित कर इस योजना से आच्छादित किया जाए। जिलाधिकारी ने कहा सडक सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए समय-समय पर विद्यालयो मे पाॅवर प्रजेन्टेशन के माध्यम से सडक सुरक्षा, नशा मुक्ति, हैल्पलाईन नम्बर आदि की जानकारी उपलब्ध कराई जाए। ई-रिक्शा के बढते दवाब को देखते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश देते हुए कहा उप जिलाधिकारी, पुलिस क्षेत्राधिकारी व एआरटीओ संयुक्त निरीक्षण कर 15 दिन मे अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे ताकि जनसंख्या व रूट के आधार पर ई-रिक्शा की संख्या निर्धारित की जा सके। एसएसपी बरिंदरजीत सिंह ने बताया अब वाहनो के चालान ई-चालान के माध्यम से सम्बन्धित के घर मोबाईल पर मैसेज द्वारा भेजे जायेंगे।
बैठक मे अपर जिलाधिकारी उत्तम सिंह चैहान, एमएनए जयभारत सिंह, संयुक्त मजिस्ट्रेट हिमांशु खुराना, उप जिलाधिकारी मुक्ता मिश्र, मनीष बिष्ट, निर्मला बिष्ट, विवेक प्रकाश, सुन्दर सिंह तोमर, एसपी प्रमोद कुमार, देवेन्द्र पिंचा, एआरटीओ पूजा नयाल, अनिता चन्द्र सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।