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लखनऊ। शुक्रवार का दिन सदी के सबसे लंबे सूर्यग्रहण से रूबरू होगा। शुक्रवार 27 जुलाई को सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण कर्क राशि में हो रहा है। यह तीन घंटे 55 मिनट तक का होगा। चंद्रग्रहण रात 11 बजकर 55 मिनट से शुरू होकर इसका मोक्षकाल तड़के 3 बजकर 48 मिनट पर होगा।
आषाढ़ पूर्णिमा की कल की रात विशेष रात है। इस रात खग्रास चंद्रग्रहण लगने वाला है। 104 साल बाद ऐसा समय दोबारा आया है। 27 जुलाई को सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण अश्लेषा नक्षत्र तथा कर्क राशि में हो रहा है। पूरे देश में इस चंद्रग्रहण को देखा जा सकेगा। गुरु पूर्णिमा भी इसी दिन पड़ रही है। ग्रहण का सूतक लगने से पहले गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाना श्रेष्ठ होता है। मंदिरों में भी ग्रहण का सूतक लगने से पहले आरती व पूजा किए जाने का प्रावधान है। घरों में भी यह पूजा अवश्य की जानी चाहिए। इस ग्रहण का विभिन्न राशियों पर प्रभाव पडना भी स्वाभाविक है। यह प्रभाव सभी राशियों पर समान रूप से नहीं पड़ेगा। इसमें अलग-अलग राशियां अपने तरीकों से चंद्रग्रहण के प्रभाव क्षेत्र में आएंगी। किसी पर यह प्रभाव सकारात्मक होगा तो किसी के लिए थोड़ा कष्टकारी भी हो सकता है। गर्भवती महिलाओं व नवजात शिशुआंे को ग्रहण के प्रभाव से बचना चाहिये। ग्रहण के दौरान दान लाभकारी है।