हुकूमत एक्सप्रेस के द्वारा एयरटेल पेमेंट्स बैंक के नाम पर लोगों की गैस सब्सिडी में मनमानी करने का उठाया गया था मुद्दा एयरटेल लौटाएगा लोगों के 190 करोड़ रुपए, कंपनियों ने मांगा गैस सब्सिडी का रिफंड

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मु0 रिज़वान
मुरादाबाद। आधार कार्ड मोबाइल सिम से लिंक करने के नाम पर शहर में खुली मोबाइल रिटेलरो की दुकान पर पिछले दिनों खूब मनमानी हुई थी और एयरटेल सिम आधार से लिंक कराने वालों के उनके बिना अनुमति के ही एयरटेल पेमेंट्स बैंक एकाउंट में खाते खोल दिये गये थे। इस कारण लोगों की गैस सब्सिडी इस नये एयरटेल के खाते में खुदब खुद जाने लगी थी और तमाम कोशिशों के बावजूद भी लोग अपनी गैस सब्सिडी बैंक के खाते में नहीं ले पा रहे थे। इस मनमानी को हुकूमत एक्सप्रेस द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित कर शासन व प्रशासन के समक्ष रखा गया था। हालांकि हुकूमत एक्सप्रेस में समाचार प्रकाशित होने के बाद मोबाइल रिटेलरों ने बिना ग्राहक की अनुमति के एयरटेल पेमेंट्स बैंक में एकाउंट खोलना बंद कर दिया था। आखिरकार हुकूमत एक्सप्रेस की मेहनत रंग लाई और अब एयरटेल उन सबकी गैस सब्सिडी की रकम उनके मूल खातों में वापस लौटायेगा।
सरकारी तेल कंपनियों ने भारती एयरटेल से एलपीजी सब्सिडी की 190 करोड़ रुपये की रकम वापस मांग ली। पिछली कार्रवाई से परेशान एयरटेल ने फौरन एनपीसीआइ से वादा कर दिया है कि वह अपनी मोबाइल सेवा के 31 लाख ग्राहकों का यह पैसा उनके बैंक खातों में लौटा देगी। कंपनी ने इस संबंध नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआइ) को पत्र लिखकर सूचना दी दी है। इस पत्र में कहा है कि वह अपने सहयोगी एयरटेल पेमेंट बैंक एकाउंट में आई एलपीजी सब्सिडी को उनके पिछले खातों में लौटाने को तैयार है। देश में सभी खुदरा भुगतान के लिए एनपीसीआइ प्रमुख संगठन है।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि इस पूरे मामले में सख्त रुख अपनाया गया है। इसकी वजह से एयरटेल सब्सिडी की यह रकम लौटाने के लिए बाध्य हुई है। यही नहीं, सरकार अब डीबीटी के तहत सब्सिडी के सीधे खाते में जाने की व्यवस्था को और कड़ा करने जा रही है। इसके लिए व्यवस्था को जवाबदेह बनाया जा रहा है। रसोई गैस सब्सिडी के इन पेमेंट बैंक खातों में पहुंचने से लाखों लोगों को असुविधा हुई है। इनमें से बहुतों को यह भी नहीं पता कि उनकी सब्सिडी उनके पुराने बैंक एकाउंट के बजाय बजाय उस खाते में जा रही है, जिसके लिए उन्होंने कोई आवेदन ही नहीं किया है।

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