‘राहुल गांधी देश के नंबर वन टेररिस्ट’, रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू का विवादित बयान

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‘राहुल गांधी देश के नंबर वन टेररिस्ट’, रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू का विवादित बयान
केंद्र सरकार में मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने राहुल गांधी को लेकर एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी टेररिस्ट नंबर वन हैं।
रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने राहुल गांधी को लेकर एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने राहुल गांधी को देश का नंबर वन टेररिस्ट करार दिया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी हिंदुस्तानी नहीं है। साथ ही उन्होंने राहुल पर यह आरोप लगाया है कि वे फोटो खिंचवाने के लिए गरीबों के घर पहुंचते है। रवनीत सिंह बिट्टू ने भागलपुर में मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब देते हुए यह बात कही।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी विदेश में जाकर देश के बारे में हमेशा उल्टी-सीधी बातें करते हैं। उनको प्रैक्टिकल समझ नहीं है। आज तक उन्हें मजदूर और मोची का दर्द नहीं पता है। आधी से ज्यादा उम्र निकल चुकी है। वो नहीं समझते हैं कि इससे उनका मजाक बनता है।
राहुल गांधी अमेरिका में सिखों को लेकर दिए बयान को लेकर बिट्टू ने कहा, ‘हाल में उन्होंने अपने बयान से सिखों को बांटने की कोशिश की है। अलगावादी ताकतों ने राहुल गांधी के बयान की तारीफ की है। रवनीत सिंह बिट्टू ने कि आज के दौर में देश के नंबर वन टेररिस्ट राहुल गांधी हैं, वे देश के नंबर वन दुश्मन हैं।’ बता दें कि रवनीत सिंह बिट्टू 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हुए थे। बिट्टी ने कहा, पहले तो राहुल गांधी ने मुसलमानों का इस्तेमाल करने की कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और अब वे सिखों को बांटने का प्रयास कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने अमेरिका दौरे के दौरान वाशिंगटन के वर्जीनिया उपनगर में हर्नडॉन में भारतीय अमेरिकी समुदाय के सैकड़ों लोगों को संबोधित करते हुए कहा था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) कुछ धर्मों, भाषाओं और समुदायों को अन्य की तुलना में कमतर मानता है। भारत में राजनीति के लिए नहीं बल्कि इसी बात की लड़ाई लड़ी जा रही है। राहुल गांधी ने वहां पहली पंक्ति में दर्शकों के बीच बैठे एक सिख व्यक्ति से पूछा था, ‘‘मेरे पगड़ीधारी भाई आपका क्या नाम है?’’ कांग्रेस नेता ने कहा था, ‘‘लड़ाई इस बात की है कि क्या एक सिख को भारत में पगड़ी या कड़ा पहनने का अधिकार है या नहीं। या एक सिख के रूप में वह गुरुद्वारे जा सकते हैं या नहीं। लड़ाई इसी बात के लिए है और यह सिर्फ उनके लिए ही नहीं बल्कि सभी धर्मों के लिए है।’