Samantha की तरह Khatron Ke Khiladi फेम एक्ट्रेस को हुई ऑटोइम्यून बीमारी, बोलीं- मैं जीना चाहती थी!
सामंथा की तरह ही ‘खतरों के खिलाड़ी’ फेम एक्ट्रेस सना मकबूल भी एक खतरनाक ऑटोइम्यून बीमारी से जूझ रही हैं। एक्ट्रेस ने अपनी हालत की पूरी जानकारी एक वीडियो बनाकर साझा की है। उन्होंने बताया कि वो सामंथा की बीमारी से रिलेट कर पा रही थीं।
‘खतरों के खिलाड़ी’ से चर्चा में आईं एक्ट्रेस सना मकबूल तो आपको याद ही होगी? एक्ट्रेस को ‘खतरों के खिलाड़ी’ में खतरनाक सटंट करते देखा गया था। साउथ की फिल्मों में काम कर चुकीं एक्ट्रेस सना मकबूल ने बताया कि वो भी एक ऑटोइम्यून बीमारी से जूझ रही हैं। उन्होंने अपनी सेहत को लेकर बड़ी जानकारी फैंस के बीच साझा की है। उन्होंने बताया कि सामंथा की ऑटोइम्यून बीमारी का पता चलने के बाद उन्हें कैसा लगा था।
आज विश्व हेपेटाइटिस दिवस के मौके पर सना ने इस बारे में खुलासा किया और बताया कि वो ऑटोइम्यून बीमारी ‘हेपेटाइटिस’ से जूझ रही हैं। इस बीमारी को झेलते हुए उन्हें थोड़ा वक्त हो गया है। सना मकबूल ने बताया कि वो इस बीमारी की चौथी स्टेज से गुजर रही हैं। एक्ट्रेस ने एक लंबा वीडियो शेयर कर बताया कि वो इस मुश्किल दौर से कैसे निपट रही हैं और इस बीमारी से जीतने के लिए क्या कर रही हैं। उन्होंने अपने फैंस से जानकारी साझा करते हुए कहा कि वो अब काम पर वापस लौट रही हैं। वो अपने करीबियों का शुक्रिया अदा करती हैं कि उन्होंने इस बारे में बात करने के लिए उन्हें हिम्मत दी।सना ने बताया कैसी थी हालत
सना कहती हैं, ‘हैलो दोस्तो, आज विश्व हेपेटाइटिस दिवस है और इस दिन मैं आपसे कुछ साझा करना चाहती हूं। उस बारे में जिससे में हर दिन लड़ रही हूं। हां मैं एक ऑटोइम्यून हेपेटाइटिस की मरीज हूं और मुझे इस बारे में साल 2020 के अगस्त महीने में पता चला। पहले हाल में मुझे समझ ही नहीं आया कि मैं किस दौर से गुजर रही हूं। डॉक्टर्स मेरी हालत के बारे में बता रहे थे, लेकिन मैं उसे स्विकार नहीं पा रही थी। मैं बस जीना चाहती थी। लोग कहते हैं कि जब सब कुछ ठीक चल रहा हो तो एक वक्त ऐसा आता है जब सब ठहर जाता है और मैंने वो वक्त महसूस किया। खतरों के खिलाड़ी के बाद मेरा करियर उड़ान भरने के लिए तैयार था, लेकिन मुझे अपने कदम पीछे खींचने पड़े और अपनी सेहत को तवज्जो देनी पड़ी। मैं अंदर से टूट रही थी।’ एक्ट्रेस ने बताया अपना हाल
एक्ट्रेस आगे बताती हैं, ‘बीते डेढ़ साल मेरे लिए काफी मुश्किल भरे रहे, जिसमें मुझे बहुत कुछ खोना पड़ा। इसका असर सेहत, दिमाग और इमोशन्स पर पड़ा। मैंने काम खो दिए, सुबह उठती तो सूजा हुआ चेहरा होता। मूड स्विंग्स के साथ दर्द से टूटता बदन, बालों का झड़ना ये सब मैं जिस प्रोफेशन में हूं उस पर असर डाल रहा था। ऐसे दिन आए जब मैं बिस्तर से उठना नहीं चाहती थी। मैं न्यूरो थेरेपी भी लेने लगी। मैंने न्यूट्रिशियनिस्ट की मदद ली और सबसे अहम मैंने अपने शरीर को एक्सेप्ट किया। इसके बाद मेरा शरीर भी मेरी सुनने लगा। अब मैं अपनी शारीरिक हालत समझ पा रही हूं। मैं F3-F4 स्टेज से गुजरी और अब मैं उससे जीतकर F1-F2 स्टेज पर हूं, ये बड़ी सफलता है। मैं मानती हूं कि आगर इच्छा शक्ति हो तो कुछ भी किया जा सकता है।’सामंथा को लेकर कही ये बात
आगे सना मकबूल कहती हैं, ‘जब सामंथा ने अपनी ऑटोइम्यून कंडीशन के बारे में कहा था तो मैं उनके दर्द को समझ पाई थी। मैं उनकी तकलीफ को महसूस कर पा रही थी, क्योंकि मैं खुद उससे जूझ रही थी। मैं भगवान से पूछती थी कि मैं ही क्यों? पर जैसा कि कहा गया है भगवान मुश्किल वक्त अपने बहादुर योद्धाओं को दिखाते हैं। इस तरह की बीमारियों से लड़ रहे सभी साथी हार न मानें, भगवान पर भरोसा रखें। अंत में हमेशा रोशनी दिखाई देती है। मैंने आप लोग बताते हुए बेहद खुश हूं कि मैं काम पर वापसी कर रही हूं। मैं अपनी सेहत का ख्याल रखूंगी। मैं अपने सबी शुभचिंतकों की शुक्रगुजार हूं।’