ग्रेटर नोएडा : जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पहले चरण का काम काफी तेजी से चल रहा है। लगभग आधा काम पूरा कर लिया गया है। उम्मीद की जा रही है कि 2024 में पहले रनवे से विमान उड़ान भरेगा। इसके साथ दूसरे, तीसरे और चौथे चरण की भी तैयारी शुरू हो गई है। अब तीसरे-चौथे चरण के लिए जमीनों का अधिग्रहण शुरू हो गया है।
जेवर के 14 गांव में करीब 2053 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इसमें 3 रनवे बनेंगे। इस प्रक्रिया में गांव वालों को मुआवजा देने और जमीन अधिग्रहण के लिए करीब 15 हजार करोड़ का खर्च आएगा।
यमुना प्राधिकरण से मिली जानकारी के मुताबिक, जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण का काम 4 चरणों में किया जाना था। जिनमें से पहले चरण में 1334 हेक्टेयर और दूसरे चरण में 1365 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण हुआ। अब, तीसरे और चौथे चरण के लिए एक साथ 2053 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।
खास बात है कि सोशल इंपैक्ट असेसमेंट (एएसआई) के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसके जरिए यह पता लगाया जाएगा कि इससे कितने किसान प्रभावित होंगे, उनसे कितनी भूमि अर्जित की जाएगी, उनके पुनर्वास और मुआवजे का क्या आकलन होगा। इसके लिए गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय का चयन किया गया है। इससे पहले दो चरणों के लिए एएसआई जीबीयू ने किया था।
इस काम को 30 अगस्त तक पूरा करना होगा। जानकारी के मुताबिक 14 गांव की 2053 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होना है। इसमें 1888 हेक्टेयर जमीन किसानों की है और करीब 165 हेक्टेयर जमीन सरकारी है।