एजेंसीं न्यूज
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुजरात में स्थापित सरदार पटेल की प्रतिमा की तर्ज पर अयोध्या में भगवान राम की भव्य प्रतिमा लगाने की घोषणा की थी। इसके लिए पहले ही औपचारिकता पूरी की गई है, लेकिन शुक्रवार को कैबिनेट ने प्रतिमा और पर्यटन से जुड़े विभिन्न केंद्रों की स्थापना के लिए जमीन खरीदने को 447.46 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले योगी सरकार ने अयोध्या के विकास के लिए यह कदम उठाया है। वित्तीय वर्ष 2019-20 में इसके लिए सौ करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में शुक्रवार को लोकभवन में संपन्न कैबिनेट की बैठक में कुल सात प्रस्तावों पर मुहर लगी। राज्य सरकार के प्रवक्ता और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा तथा खादी ग्रामोद्योग मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने पत्रकारों को यह जानकारी दी। श्रीकांत ने बताया कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम की नगरी अयोध्या से देश और दुनिया के करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है।
अयोध्या के सुंदरीकरण, पर्यटन के विकास, डिजिटल म्यूजियम, लाइब्रेरी, पार्किंग, फूड प्लाजा, लैंड स्केपिंग और राम की भव्य प्रतिमा के लिए जमीन खरीदी जाएगी। अयोध्या के जिलाधिकारी ने सदर तहसील के मीरापुर में 61.387 हेक्टेयर भूमि के लिए 447.46 करोड़ रुपये का प्रस्ताव दिया है। कैबिनेट ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। हर वर्ष यहां लाखों पर्यटक आते हैं।
सरकार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इसके विकास के लिए कदम बढ़ा रही है। इस परियोजना के लिए 200 करोड़ रुपये का अनुमोदन पहले ही किया गया था। दो मार्च, 2019 को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में ट्रस्ट और सोसाइटी गठित करने का फैसला किया गया था। कैबिनेट ने आगे के सभी फैसलों के लिए मुख्यमंत्री को अधिकृत किया है।