मु0 रिज़वान
मुरादाबाद। 2013 में जिस यूनिवर्सिटी के खिलाफ गायक सोनू निगम कार्यवाही की बात कर रहे थे आज उसी यूनिवर्सिटी ने सोनू निगम को डी लिट् की उपाधि देकर सम्मानित किया। अब सोनू निगम यूनिवर्सिटी की और कुलपति का धन्यवाद करते हुए नजर आये। जबकि 23 फरवरी को 2013 को सोनू निगम ने कहा था कि मुझको यूनिवर्सिटी में बंधक बनाया गया है। इस यूनिवर्सिटी के कुलपति के लिए कहा था कि एक शिक्षण संस्थान के कुलाधिपति ऐसे कार्य करता है तो कितने शर्म की बात है।
फिल्म इंडस्ट्री के गायक सोनू निगम को डी लिट् की उपाधि उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने दी। इस पर सोनू निगम ने कहा की यहां आकर मैंने पापा मम्मी को याद किया फिलहाल पापा मुंबई में है मम्मी अब नहीं है। अच्छा लगता की अगर मम्मी यह सब सुनती और देखती। बचपन में पढ़ाई पर बहुत ध्यान दिया है लेकिन गाने और प्रोफेशन की वजह से एग्जाम नहीं दे पाया, लेकिन मैं भी बहुत पढ़ता हूं और मुझे अभी पढ़ने का शौक है। किसी और तरीके से मुझे यूनिवर्सिटी वालों ने सम्मानित किया है मैं यूनिवर्सिटी के कुलपति का तहे दिल से आभारी हूं। उन्होंने यह भी मैसेज दिया कि अपने आप का जितना सर झुका कर रखोगे उतना ठीक है किसी को जज करना ठीक नहीं है। अपना काम पर ध्यान दें चाहे आपका काम कुछ भी हो आप सिंगर हो लेखक हो जनर्लिस्ट हो कुछ भी केवल अपने काम पर ध्यान दें अपने आसपास कभी भी कंपटीशन ना करें। अपना काम अच्छा करें एक न एक दिन भगवान आपको तरक्की देगा।
क्या है सोनू निगम का पुराना विवाद-
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के पांचवे वार्षिकोत्सव में 23 फरवरी 2013 को कार्यक्रम प्रस्तुत करने आये मशहूर गायक सोनू निगम ने विश्वविद्यालय के मालिक मनीष जैन पर आरोप लगाया है कि उनके सुरक्षा कर्मियों और खुद मनीष जैन ने उन्हें जबरन रोका और उनके साथ दुर्व्घ्यवहार किया। सोनू निगम ने ट्विटर और यूट्यूब पर किसी को भी मुरादाबाद के तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय में न जाने की हिदायत तक दे डाली है।
26 फरवरी 2013 को यूट्यूब पर जारी एक वीडियो में सोनू निगम ने कहा कि मुरादाबाद के तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यामें एक कार्यक्रम करने के बाद जब वो वापस दिल्ली जाने के लिए बाहर निकले तो मनीष जैन के सुरक्षा कर्मी उन्हें जबरदस्ती पकड़ कर अन्दर उनके पास ले गए। सोनू निगम ने ऐसा करने का कारण पूछा तो मनीष जैन की तरफ से कहा गया कि मैंने पचास लाख खर्च किये हैं। जब तक तुम्हारे साथ अपने परिवार वालों व परिचितों मित्रों की फोटो नहीं खिचवा लूंगा, जाने नहीं दूंगा। जारी वीडियो में सोनू निगम ने कहा कि मैंने हाथ जोड़ कर मनीष जैन से विनती की कि मेरी मां मृत्युशैय्या पर है और मेरा जाना बहुत जरूरी है, उसके बाद भी मुझे नहीं जाने दिया गया।
2013 में सोनू निगम ने मुरादाबाद से जाने के बाद यूटीयूब पर वीडियो अपलोड कर कहा था कि यूनिवर्सिटी में मुलायम सिंह जी, अखिलेश सिंह और आजम खान के पोस्टर देखे थे। मेरे भी मुलायम सिंह यादव से सम्बंध अच्छे है इसलिए मैंने मुलायम सिंह को फोन कर घटना की जानकारी दी और कार्यवाही करने की बात कही। मुलायम सिंह ने भी कहा था कि जो तुमको करना है करो में तुम्हारे साथ हूं।
यहां बता दें कि फजर की अजान से अपनी नीदं खराब होने की बात कहकर भी कुछ समय पहले सोनू निगम मुसलमानों के गुस्से का शिकार बन चुके हैं।सोशल मीडिया पर उनकी खूब खिंचाई हुई थी।