हुकूमत एक्सप्रेस
मुरादाबाद। एक तरफ तो नगर निगम शहर को स्मार्ट सिटी के लिए चयनित कराये जाने के प्रयासों के दावे कर रहा है मगर वहीं दूसरी ओर महानगर का वार्ड 41 नगर निगम को आईना दिखा रहा है कि इस वार्ड में जिस कदर गंदगी फेली हुई है क्या इसी के बूते नगर निगम स्मार्ट सिटी में महानगर को शामिल करा पायेगा?
वार्ड 41 के सीधी सराय क्षेत्र में गंदगी का जबरदस्त साम्राज्य है। सूफी वाली मस्जिद, हरी चुगो मस्जिद के पास जहां कूड़े के ढेर सड़ते रहते हैं और नमाजियो को इस गंदगी से गुजरकर जाना पड़ता है तो वहीं क्षेत्र की फसियो वाली गली में टूटी पड़ी नाली व फैली गंदगी क्षेत्र के पार्षद से सवाल कर रही है कि आखिर कब उसकी दुर्दशा दूर होगी। फसियो वाली गली के लोगों का इस टूटी नाली और इसके कारण फैली गंदगी के बुरा हाल है। कई बच्चे व महिलायें टूटी नाली में गिरकर चोटिल हो चुके है। बाहर का कोई मेहमान जब इस गली मंे आता है तो यही सवाल पूछता है कि नगर निगम के 70 वार्डों में क्या कोई वार्ड इतना गंदा भी हो सकता है।
क्षेत्र के लोगों ने नगर निगम चुनाव में पूरे जोश के साथ मतदान में हिस्सा लिया था। इसके बावजूद इस वार्ड की दुर्दशा और क्षेत्रीय पार्षद का उदासीन रवैया उन्हे ठगा सा महसूस कर रहा है। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता अभियान को वार्ड 41 की फसियो वाली गली ठेंगा दिखा रही है। गली के लोगों का कहना है कि नगर आयुक्त व महापौर शहर को स्मार्ट सिटी बनाने की बातें कर रहे है परन्तु यहां फैली गंदगी के चलते क्या शहर स्मार्ट सिटी बन पायेगा? क्षेत्रवासियों ने अब वार्ड की खराब हालत और फैली गंदगी के बारे में सीधे प्रदेश के मुख्यमंत्री को अवगत कराने का मन बनाया है।
अंधेरा होने पर सबसे
ज्यादा परेशानी
बिजली जाने पर जब अंधेरा हो जाता है तब सबसे ज्यादा परेशानी गली के लोगों को होती है। गली के अब्दुल कदीर, अल्लाह बख्श, सैफुल, नाजिम, तौसीफ, आरिफ, मकबूल, कल्लू, नौशाद, मौ0 अली, अब्दुल हमीद, मौ0 इदरीस आदि का कहना है कि गली टूटी होने के कारण सुबह के समय स्कूल जाते समय बच्चांे को तो परेशानी हो ही रही है रात में अंधेरा होने पर लोग टूटी नाली में गिरकर घायल हो रहे है।