एल्विश यादव वाले मामले से जुड़े एक पुलिस अधिकारी का हुआ ट्रांसफर, जांच की जिम्मेदारी भी दूसरे थाने को दी गई

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एल्विश यादव वाले मामले से जुड़े एक पुलिस अधिकारी का हुआ ट्रांसफर, जांच की जिम्मेदारी भी दूसरे थाने को दी गई
नोएडा पुलिस ने तीन नवंबर को पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से पांच कोबरा समेत नौ सांप और सांप का 20 मिलीलीटर संदिग्ध जहर भी बरामद किया था। इस मामले में एल्विश यादव का भी नाम सामने आया था।
नोएडा: पिछले हफ्ते से बिग बॉस ओटीटी विजेता और यूट्यूबर एल्विश यादव ख़बरों में बने हुए हैं। एल्विश का नाम सेक्टर 51 में हो रही एक रेव पार्टी से भी जुड़ा है। इस रेव पार्टी में नोएडा पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनके पास से कई सांप और उनका जहर भी बरामद हुआ था। अब इस मामले में बड़ी खबर सामने आ रही है। जानकारी के अनुसार, यूट्यूबर एल्विश यादव के खिलाफ अवैध रूप से सांप के जहर की बिक्री के मामले की जांच कर रहे नोएडा पुलिस के एक उपनिरीक्षक का तबादला कर मुकदमे को दूसरे पुलिस थाने में स्थानांतरित कर दिया गया है।
सेक्टर-49 पुलिस थाने के प्रभारी उपनिरीक्षक संदीप चौधरी का पुलिस लाइन्स में तबादला
नोएडा पुलिस के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि नोएडा के सेक्टर-49 पुलिस थाने के प्रभारी उपनिरीक्षक संदीप चौधरी का पुलिस लाइन्स में तबादला कर दिया गया है। पुलिस के एक प्रवक्ता ने रविवार रात को बताया, ‘‘नोएडा, सेक्टर-49 के थाना प्रभारी का पुलिस थाना क्षेत्र के तहत अपराध पर प्रभावी रूप से नियंत्रण लगाने में उनकी अक्षमता के कारण रिजर्व पुलिस लाइन में तबादला कर दिया गया है।’’ एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने अपनी पहचान गुप्त रखते हुए सोमवार को बताया कि मामले को आगे की जांच के लिए नोएडा सेक्टर-20 पुलिस थाना स्थानांतरित कर दिया गया है।
एल्विश यादव को अब तक मामले की जांच के सिलसिले में बुलाया नहीं गया
अधिकारी ने कहा, ‘‘बरामद 20 मिलीलीटर सांप के संदिग्ध जहर की फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। एल्विश यादव को अब तक मामले की जांच के सिलसिले में बुलाया नहीं गया है।’’ नोएडा पुलिस ने सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और ओटीटी रियलिटी शो ‘बिग बॉस’ के विजेता एल्विश यादव समेत छह लोगों के खिलाफ रेव पार्टी में कथित तौर पर सांप के जहर का इस्तेमाल करने के लिए तीन नवंबर को वन्यजीव (संरक्षण) कानून और भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की थी। पुलिस ने पांच कोबरा समेत नौ सांपों को छुड़ाया था पुलिस के अनुसार, तीन नवंबर को पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से पांच कोबरा समेत नौ सांपों को छुड़ाया गया और सांप का 20 मिलीलीटर संदिग्ध जहर भी बरामद किया गया। पुलिस ने कहा कि वे पूरे प्रकरण में यादव की भूमिका की जांच कर रहे हैं। यादव तीन नवंबर को घटनास्थल पर नहीं पाया गया था। यूट्यूबर ने अपने खिलाफ सभी आरोपों से इनकार किया और पुलिस जांच में सहयोग करने की बात कही। यह मामला पशु अधिकार समूह पीएफए (पीपुल फॉर एनिमल्स) के एक अधिकारी की शिकायत पर दर्ज किया गया। पीएफए अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता मेनका गांधी ने अवैध रूप से सांप का जहर बेचने में एल्विश यादव की संलिप्तता का आरोप लगाया था और उसे तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की थी। चार नवंबर को कोटा पुलिस एल्विश को हिरासत में लिया था
राजस्थान के कोटा में चार नवंबर को पुलिस ने यादव (26) को उस वक्त पूछताछ के लिए कुछ देर रोका था जब वह अपने मित्रों के साथ एक कार में यात्रा कर रहे थे। कोटा में स्थानीय पुलिस ने बताया कि यह पता चला है कि नोएडा में उनके खिलाफ एक मामला दर्ज है और इसलिए नोएडा पुलिस से संपर्क किया गया था। सुकेत पुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी विष्णु सिंह ने बताया कि नोएडा पुलिस के अधिकारियों ने राजस्थान पुलिस को पुष्टि की कि मामले की जांच की जा रही है लेकिन एल्विश यादव वांछित नहीं है।

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