माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ को UP विधानसभा में दी गई श्रद्धाजंलि, प्रयागराज में हुई थी हत्या

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माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ को UP विधानसभा में दी गई श्रद्धाजंलि, प्रयागराज में हुई थी हत्या
यूपी विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने से पहले ही विपक्ष खासतौर पर समाजवादी पार्टी ने सरकार को जातिगत जनगणना के अलावा महंगाई, किसान और कानून व्यवस्था के सवाल पर घेरने की तैयारी कर रखी थी। दूसरी तरफ, सत्ता पक्ष की ओर से विधानमंडल में पूरे तथ्यों के साथ विपक्ष के हमलों का जवाब देने की तैयारी की गई।
लखनऊ: यूपी विधानमंडल का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हुआ है। कार्यवाही शुरू होती ही विपक्ष की ओर से महंगाई, गन्ना भुगतान जैसे किसानों के मुद्दे पर हंगामा हुआ। पहले विधानमंडल के बाहर प्रदर्शन हुआ उसके बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई विपक्षी सदस्य हाथों में तख्तियां लिए हुए बेल में पहुंच गए। हंगामा शुरू हो गया। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना विपक्षी सदस्यों को शांत कराने का प्रयास करते दिखे। विपक्ष की ओर से सदन की कार्यवाही को चलने देने से रोका गया। विधानसभा की कार्यवाही के दौरान विपक्ष के हंगामे के बीच अध्यक्ष सतीश महाना ने कुछ देर के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित की।
वहीं, आपको बता दें कि आज सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सदन ने पूर्व विधायकों अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ को श्रद्धाजंलि दी। खास बात यह रही कि दोनों का नाम सबसे अंतिम में लिया गया। विधानसभा में अतीक अहमद और अशरफ के अलावा अन्‍य माननीयों को भी श्रद्धाजंलि दी गई। सदन ने पूर्व विधायक सत्तार अंसारी, अमर सिंह, प्रेम प्रकाश सिंह, रणधीर सिंह, सुजान सिंह बुंदेला, शारदा प्रताप शुक्ला, हरिशंकर तिवारी, हरद्वार दुबे, अवनीश कुमार सिंह, हरिद्वार दुबे, अबरार अहमद और खालिद अजीम अशरफ को श्रद्धांजलि अर्पित की।
अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ यूपी विधानसभा के सदस्य रहे हैं। ये दोनों कई बार विधायक बने हैं और दोनों ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों का विधानसभा में प्रतिनिधित्व किया है। ऐसे में परंपरागत रूप से अतीक अहमद और अशरफ का नाम भी श्रद्धांजलि दिए जाने वालों के नाम की लिस्ट में शामिल किया गया।
वहीं, मानसून सत्र शरू होने से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा, यूपी को देश के प्रमुख राज्य के रूप में स्थापित करने में सफलता मिली है। बीमारू राज्य की श्रेणि से यूपी उभरा है। आगे उन्होंने कहा कि प्रदेश और जनता के हित से जुड़े तमाम मुद्दों पर सरकार सार्थक चर्चा कराने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि सरकार बाढ़-सूखे की समस्या और समाधान के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार हर जनहित के मुद्दे पर प्रदेश सहित से जुड़े मुद्दे पर चर्चा कराने को हम तैयार हैं। विपक्ष की ओर से उठाए जाने वाले हर मुद्दे का हर स्तर पर जवाब दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यूपी में पिछले 6 वर्षों के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में विकास की एक नई ऊंचाइयों को छुआ है। इन 6 वर्षों के दौरान प्रदेश के परसेप्शन को बदलने में सफलता मिली है। प्रदेश के नौजवानों और नागरिकों के सामने जो पहचान का संकट खड़ा हुआ था, उस संकट से मुक्त किया गया है। यूपी को देश के प्रमुख राज्य के रूप में स्थापित करने में हम सफल रहे हैं।विपक्ष ने पहले से की तैयारी
आपको बता दें कि विपक्ष खासतौर पर समाजवादी पार्टी ने सरकार को जातिगत जनगणना के अलावा महंगाई, किसान और कानून व्यवस्था के सवाल पर घेरने की तैयारी कर रखी थी। दूसरी तरफ, सत्ता पक्ष की ओर से विधानमंडल में पूरे तथ्यों के साथ विपक्ष के हमलों का जवाब देने की तैयारी की गई। भाजपा और समाजवादी पार्टी ने अपने अपने विधायकों की बैठक कर सदन में अपनाई जाने वाली रणनीति पर रविवार को विचार किया था।

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