नई दिल्ली
दशहरे के मौके पर आज देश के कुछ राज्यों में बारिश हुई है। जिससे मौसम खुशनुमा हो गया है। वहीं बारिश के चलते दुर्गा पूजा के समापन और रावण दहन के कार्यक्रमों पर असर पड़ सकता है। रावण का पुतला गीला होने से उसके दहन में भी परेशानी हो सकती है।
कानपुर में रावण का पुतला भीगने से हुआ क्षतिग्रस्त
कानपुर में सुबह से हो रही तेज बारिश की वजह से शहर भर में जगह-जगह लगाए गए करीब 200 रावण के पुतले पानी की वजह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। सबसे पुराने रामलीला परेड में स्थापित रावण का पुतला भी कई जगह से टूट गया है। लगातार हो रही बारिश के कारण गोविंद नगर रामलीला मैदान में रावण, मेघनाथ व कुंभकरण के पुतले बारिश में जर्जर हो गए। साथ ही मैदान में पानी भर गया। रामलीला मैदान के मेले में लगी दुकानों में जलभराव हो गया है। साकेत नगर रामलीला मैदान में बारिश में क्षतिग्रस्त के बाद दशानन का पुतला जमीन पर गिर पड़ा।
मेरठ में दशहरे की तैयारियों पर फिरा पानी
मेरठ में बुधवार को अचानक शुरू हुई बारिश से मौसम सुहाना हो गया। वहीं, तेज बारिश होने से दशहरा की तैयारियों पर पानी फिर गया है। यहां दशहरे के अवसर पर बुधवार को सुबह से ही मौसम बदला-बदला दिखाई दिया। बदलते मौसम के साथ आसमान पर हल्के बादल छाए और तेज हवा चलने लगी। वहीं दोपहर में अचानक तेज बारिश शुरू हो गई। इस दौरान झमाझम बारिश के बीच शहरवासियों को परेशानी का भी सामना करना पड़ा।
अलीगढ़ में बारिश से मेला पूरी तरह से चौपट
अलीगढ़ में अचानक हुई बारिश से नुमाइश मैदान में दशहरे के मेले में भगदड़ मच गई। बारिश के चलते झूले व दुकानों का संचालन बंद किया गया। वहीं, मेले के समय अचानक हुई बारिश ने प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी। प्रशासन करीब एक माह पूर्व से तैयारियों में जुटा था।
मौसम विभाग ने कई राज्यों में जताई बारिश की आशंका
बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, बिहार, यूपी, दिल्ली एनसीआर, हरियाणा समेत कुछ राज्यों में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के ताजा अनुमान के अनुसार दक्षिण महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना, पुडुचेरी में भी बारिश के आसार हैं।
दिल्ली एनसीआर में हल्की बारिश
राजधानी दिल्ली व एनसीआर में भी आज दशहरे के मौके पर कई इलाकों में हल्की बारिश हो हुई। मौसम विभाग के अनुसार, देश के कई राज्यों में बीते 24 घंटों में बादलों ने डेरा डाल दिया है और तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज हुई है। हालांकि, दिल्ली समेत अधिकतर राज्यों से मानसून 2022 की विदाई हो चुकी है। इसलिए अब होने वाली बारिश शीतकालीन वर्षा मानी जाएगी। चार माह का वर्षाकाल या चौमासा 30 सितंबर को खत्म हो चुका है। चौमासे में देश के अधिकतर राज्यों में औसत से अधिक वर्षा दर्ज हुई, हालांकि यूपी, बंगाल, पंजाब, झारखंड, बिहार के कुछ हिस्सों में औसत से कम वर्षा दर्ज की गई है।