ईरान की रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के अफसरों को ठिकाने लगा रहा इजरायल

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ईरान की रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के अफसरों को ठिकाने लगा रहा इजरायल? एक और कर्नल की हुई मौत
कर्नल अली इस्माइलजादा की कराज शहर में कुछ दिनों पहले ‘उनके घर पर हुई घटना में’ मौत हो गई।
ईरान की इलीट कुद्स फोर्स के 2 कर्नलों की मौत ने दुनिया के डिफेंस एक्सपर्ट्स का ध्यान खींचा है।IRGS के चीफ मेजर जनरल हुसैन सलामी ने इजरायल खोदेई की मौत का बदला लेने की कसम खाई थी।कहा जा रहा है कि कर्नल इस्माइलजादा की मौत घर की छत या बालकनी से गिरने के कारण हुई है।
Iran Israel Shadow War: ईरान की बेहद खतरनाक और ताकत रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स्स की कुद्स फोर्स के एक और अफसर की मौत हो गई है। इससे चंद दिन पहले ही इसी फोर्स के एक और अफसर कर्नल हसन सैय्यद खोदेई (Hassan Sayad Khodayari) की हत्या हो गई थी, और तब ईरान (Iran) ने इजरायल (Israel) और अमेरिका पर गंभीर आरोप लगाए थे। कुद्स फोर्स ईरान की एक इलीट फोर्स है जो मुल्क से बाहर के ऑपरेशंस को अंजाम देती है। ईरान रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स्स के चीफ मेजर जनरल हुसैन सलामी ने इजरायल खोदेई की मौत का बदला लेने की कसम खाई थी।
‘घर पर हुई घटना में हुई कर्नल की मौत’आने वाले दिनों में ईरान और इजरायल के बीच यूं ही लुका-छिपी का खेल और खून के छींटे देखने को मिल सकते हैं। इस बीच ये खबरें तैर रही हैं कि कर्नल इस्माइलजादा की मौत में किसी और का नहीं बल्कि खुद रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स का हाथ है। दरअसल, एक अज्ञात अधिकारी के हवाले से बताया गया था कि कर्नल अली इस्माइलजादा की तेहरान से करीब 35 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में स्थित कराज शहर में कुछ दिनों पहले ‘उनके घर पर हुई घटना में’ मौत हो गई। घटना के बारे में विस्तार से तो कुछ नहीं बताया गया, सिर्फ इतना कहा गया कि उनकी हत्या नहीं हुई है।
एक ही यूनिट में काम करते थे खोदेई और इस्माइलजादा
कई मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि कर्नल इस्माइलजादा की मौत घर की छत या बालकनी से गिरने के कारण हुई है। इससे पहले 22 मई को मोटरसाइकिल सवार 2 अज्ञात हमलावरों ने कर्नल हसन सैय्यद खोदेई की तेहरान में उनके आवास के सामने हत्या कर दी थी। हमलावरों ने खोदेई को कुल 5 गोलियां मारी थीं। ईरान ने इस हत्या के लिए अमेरिका और इजराइल सहित उनके सहयोगी देशों को जिम्मेदार ठहराया था। ट्विस्ट यहां यह आता है कि कर्नल इस्माइलजादा कर्नल खोदेई के काफी करीब था और दोनों ही IRGC की कुद्स फोर्स की यूनिट 840 में काम करते थे, जो कि ईरान के बाहर किडनैपिंग और हत्याओं को अंजाम देती रही है।
क्या IRGS ने खुद अपने अफसर को मार डाला?
ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स्स ने ही इस्माइलजादा को मारा है क्योंकि उसे खोदेई की हत्या में उनका हाथ होने का शक था। ईरान इंटरनेशनल के दावे के मुताबिक, खोदेई की हत्या के बाद IRGC ने सिक्यॉरिटी लीक खोजना शुरू किया और उसका शक इस्माइलजादा पर आकर ठहर गया। इसके बाद कर्नल इस्माइलजादा को उनके घर की छत से फेंक दिया गया और उनके परिवार से कहा गया कि पत्नी से अलगाव के कारण वह तनाव में थे इसलिए घर की छत से कूदकर आत्महत्या कर ली।
IRGS की चेतावनी को गंभीरता से ले रहा है इजरायल
इस बीच खबर है कि Islamic Revolutionary Guard Corps के सबसे बड़े अफसर मेजर जनरल हुसैन सलामी की कसम को इजरायल ने भी हल्के में नहीं लिया है और अपने नागरिकों को तुर्की की यात्रा को लेकर चेतावनी जारी कर दी है। इजरायल के पीएम ऑफिस की एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि ईरान की सीमा से लगते देशों की यात्रा करते वक्त सतर्क रहें। हालांकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि ईरान कोई बड़ा कदम उठाएगा इसकी उम्मीद कम ही लगती है क्योंकि इससे पहले भी कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद उसकी तरफ से कोई बड़ा ऐक्शन देखने को नहीं मिला है।
‘खोदेई के इशारे पर हुआ था दिल्ली में हमला’
यूनिट 840 के कथित डेप्युटी चीफ खोदेई से इजरायल की पुरानी दुश्मनी थी। कहा जाता है कि वह इजरायल के खिलाफ ‘कई हमलों में शामिल’ था और यहां तक कि दिल्ली में फरवरी 2012 में इजरायल डिफेंस मिनिस्ट्री के एक प्रतिनिधि की पत्नी पर हुए बम हमले को भी उसी ने अंजाम दिलवाया था। उस हमले में उन्हें काफी चोट आई थी। इजरायल का मानना है कि उसने कम से कम 25-30 हमलों की साजिश रची थी जिन्हें नाकाम कर दिया गया था। माना जा रहा है कि इजरायल आखिरकार खोदेई तक पहुंचने में कामयाब रहा।

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