बेंगलुरु. दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में एक विराट कोहली का औसत टेस्ट में 50 से ज्यादा का है। सिर्फ टेस्ट ही नहीं वनडे और टी20 में भी उनका औसत 50 से ऊपर का है। श्रीलंका के खिलाफ कोहली बेंगलुरु में होने वाले डे-नाइट टेस्ट में उतरेंगे तो निशाने सिर्फ शतक ही नहीं बल्कि अपने औसत को भी बचाने की जिम्मेदारी होगी। 49 टेस्ट में पहली बार कोहली का औसत 50 से नीचे हो सकता है।
विराट ने अपने 52वें टेस्ट मैच में पहली बार 50 का औसत छुआ था। तब से क्रिकेट के सबसे बड़े फॉर्मेट में उनका औसत 50 से नीचे नहीं गया है। विराट अगर श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में 43 रन से नीचे आउट हो जाते हैं तो उनका औसत 50 से नीचे हो आ जाएगा। टेस्ट करियर में उनका सर्वश्रेष्ठ औसत 55.1 तक पहुंचा है।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नाबाद 254 रन बनाने के बाद से उनके औसत में लगातार गिरावट आई है। कोहली से पहले भारत के तीन महान बल्लेबाजों सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ का औसत एक बार 50 से ऊपर जाने के बाद कभी नीचे नहीं आया। विराट के करियर को देखें तो उन्होंने 100 टेस्ट मैचों में 50.35 की औसत से रन बनाए हैं। उन्होंने 169 पारियों में 8007 रन बनाए हैं। उनके नाम 27 शतक और 28 अर्धशतक हैं।
कोहली अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के 71वें टेस्ट शतक का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ मोहाली में अपना 100वां टेस्ट खेला था। विराट ने 22 नवंबर 2019 के बाद से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक भी शतक नहीं लगाया है। उन्होंने पिछली बार बांग्लादेश के खिलाफ 136 रनों की पारी खेली थी।
विराट ने श्रीलंका के खिलाफ अब तक 10 टेस्ट मैचों में 74.92 की औसत से 1049 रन बनाए हैं। लंकाई टीम के खिलाफ उनके पांच शतक और दो अर्धशतक हैं। विराट अपने 100वें टेस्ट में 45 रन बनाकर आउट हो गए थे। बेंगलुरु में टेस्ट हो सकता है कि भारत को दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिले। ऐसे में कोहली पहली ही पारी में कम से कम 43 रन बनाकर अपने 50 से ऊपर की औसत को बरकरार रखना चाहेंगे।