नई दिल्ली. भारत और श्रीलंका के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला मोहाली में खेला जा रहा है। मैच के दूसरे दिन शनिवार (पांच मार्च) को भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टीम की पारी को आठ विकेट पर 574 रन पर घोषित कर दिया। उस समय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा 175 रन बनाकर खेल रहे थे। रोहित के फैसले के कारण वे अपना पहला दोहरा शतक लगाने से चूक गए।
पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन आईएस बिंद्रा स्टेडियम में भारतीय टीम मजबूत स्थिति में है। जडेजा ने टीम के स्कोर को पांच सौ के पार पहुंचाया। वे 25 रन से अपने दोहरे शतक से चूक गए। पारी समाप्ति की घोषणा होने के समय जडेजा काफी निराश दिखे। इसे देखकर प्रशंसकों को 29 मार्च 2004 की एक घटना याद आ गई। तब राहुल द्रविड़ के फैसले के कारण सचिन तेंदुलकर का दोहरा शतक पूरा नहीं हो सका था।
तेंदुलकर पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान टेस्ट में 194 रन बनाकर खेल रहे थे। वे अपने दोहरे शतक से छह रन दूर थे। तभी कप्तान द्रविड़ ने पारी समाप्ति की घोषणा कर दी थी। तेंदुलकर भारी मन से पवेलियन की ओर लौट रहे थे। उसके बाद द्रविड़ की काफी आलोचना हुई थी। अब रोहित शर्मा की आलोचन प्रशंसक ट्विटर पर कर रहे हैं।
जडेजा ने अपनी 175 रन की पारी के दौरान पूर्व ऑलराउंडर कपिल देव के 36 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया। वे सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए। कपिल देव ने कानपुर में श्रीलंका के खिलाफ 1986 में खेले गए टेस्ट मैच में 163 रनों की पारी खेली थी। जडेजा के करियर का यह दूसरा शतक है। उन्होंने 17 चौके और तीन छक्के लगाए।
भारत के लिए पहली पारी में जडेजा के अलावा ऋषभ पंत ने 96 रन बनाए। रविचंद्रन अश्विन ने 61, हनुमा विहारी ने 58, विराट कोहली ने 45, मयंक अग्रवाल ने 29, श्रेयस अय्यर ने 27 और मोहम्मद शमी ने नाबाद 20 रन बनाए। जयंत यादव दो रन बनाकर आउट हुए। श्रीलंका के लिए सुरंगा लकमल, विश्वा फर्नांडो और एम्बुलडेनिया ने दो-दो विकेट लिए।