फर्रुखाबाद: राजपूत रेजीमेंट के लेफ्टिनेंट कर्नल ने की आत्महत्या, घर में फंदे से लटकता मिला शव

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फर्रुखाबाद: राजपूत रेजीमेंट के लेफ्टिनेंट कर्नल ने की आत्महत्या, घर में फंदे से लटकता मिला शव
कर्नल ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर आत्महत्या की है। उनका शव मिलने के बाद सीओ सिटी कोतवाली प्रभारी फतेहगढ़ मौके पर पहुंचीं। पुलिसकर्मियों ने शव को फंदे से उतारा और मामला दर्ज कर शव पोस्टमार्टं के लिए भेज दिया।
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में एक कर्नल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। राजपूत रेजीमेंट के लेफ्टिनेंट कर्नल डीआर कौंडल का शव उनके घर में फंदे से लटकता पाया गया। कर्नल ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर आत्महत्या की है। उनका शव मिलने के बाद सीओ सिटी कोतवाली प्रभारी फतेहगढ़ मौके पर पहुंचीं। पुलिसकर्मियों ने शव को फंदे से उतारा और मामला दर्ज कर शव पोस्टमार्टं के लिए भेज दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।यूपी के फर्रुखाबाद में राजपूत रेजीमेंट में तैनात लेफ्टिनेंट कर्नल 59 वर्षीय देशराज कौंडल का शव सरकारी आवास में सोमवार सुबह एक कर्मचारी को पंखे से लटका मिला। फंदा लगाने के दौरान लेफ्टिनेंट कर्नल ने वर्दी पहन रखी थी। पुलिस ने वीडियोग्राफी के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया। रात तीन बजे ही उनकी पत्नी से फोन पर बातचीत हुई थी। उनके परिजन अंतिम संस्कार के लिए शव हरिद्वार ले गए।
हिमाचल प्रदेश के जबलजमरोट, जिला सोलन निवासी लेफ्टिनेंट कर्नल देशराज कौंडल (डीआर कौंडल) फतेहगढ़ स्थित राजपूत रेजीमेंट में तैनात थे। वह सेना के आवास संख्या ईडब्लूटी-4/2 आफीसर्स लिविंग, कैंट फतेहगढ़ में अकेले रहते थे। सुबह एक कर्मचारी जब चाय लेकर गया तो आवास के अंदर देशराज का शव फंदे से लटक रहा था। उन्होंने वर्दी पहन रखी थी। कर्मचारी की सूचना पर मेजर नरेश चंद्र द्विवेदी ने फतेहगढ़ कोतवाली पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस और फोरेंसिक ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण फांसी निकला। पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे बेटे आयुष ने बताया कि पूरा परिवार शिमला में रहता है। घटना कैसे हुई, समझ नहीं पा रहे हैं। पिता का शव वह हरिद्वार लेकर जा रहे हैं जहां अंतिम संस्कार करेंगे। मां विजया ने भी यहां आकर सेना के अधिकारियों से बातचीत की। पोस्टमार्टम के बाद शव को प्राइवेट एंबुलेंस से ले जाया गया।
अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. संजय कुमार ने बताया कि आत्महत्या का कारण साफ नहीं है, जांच हो रही है। लेफ्टिनेंट कर्नल डीआर कौंडल की आत्महत्या के पीछे की वजह साफ नहीं हो सकी है। उनका परिवार भी इस घटना से अवाक है। वह दो साल चार माह से फतेहगढ़ में तैनात थे। आत्महत्या से पहले उन्होंने सुबह 2.53 बजे अपनी पत्नी से फोन पर बात की थी। इसके बाद मोबाइल फोन को फ्लाइट मोड पर कर दिया था। सोमवार की सुबह जब घटना की सूचना पर फतेहगढ़ कोतवाली पुलिस जांच के लिए पहुंची तो लेफ्टिनेंट का मोबाइल फोन खंगाला गया। सामने आया कि उन्होंने भोर में अपनी पत्नी विजया से बात की थी। दोनों के बीच क्या बात हुई, यह अभी साफ नहीं है। फतेहगढ़ कोतवाली प्रभारी का कहना है कि मौके वर मिला फोन फ्लाइट मोड में था। खुदकुशी के वक्त लेफ्टिनेंट कर्नल ड्रेस पहने थे और नेम प्लेट भी लगी थी। जूते-मोजे भी पहने थे। गले में एक कपड़े के साथ रस्सी का फंदा था, जो पंखे में बंधा हुआ था। पास में सोफा था। पुलिस ने सुबह सात बजे सूचना मिलने के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।लेफ्टिनेंट कर्नल डीआर कौंडल का जनवरी में रिटायरमेंट था। उनकी पत्नी विजया और पुत्र आयुष भी घटना से परेशान हैं। आयुष ने बताया कि इस तरह की कभी उम्मीद नहीं थी। लेफ्टिनेंट कर्नल के दो पुत्र व दो बेटियां हैं। उनकी दो बेटियां व एक पुत्र विदेश में हैं। उन्हें भी घटना की जानकारी दी गई है। बेटे आयुष ने बताया कि हम लोग पिता के पास बीच-बीच में आते थे। बहन रविवार को ही कनाडा गई थी। मां और वह शिमला से उसे छोड़ने दिल्ली आए थे। हम लोग दिल्ली में ही थे कि तभी पिता के आत्महत्या करने की सूचना मिली। फतेहगढ़ कोतवाली प्रभारी निरीक्षक गोविंद हरि वर्मा ने बताया कि लेफ्टिनेंट कर्नल हाल में बीस दिन की छुट्टी काटकर आए थे। आत्महत्या को लेकर जांच की जा रही है। शव का पोस्टमार्टम करा दिया गया है। पोस्टमार्टम के बाद शव को सुपुर्द कर दिया गया है।