रायबरेली में पुलिसकर्मी रिश्वत लेते कैमरे में कैद, बोला- इसमें बड़े अधिकारियों का भी हिस्सा
वायरल वीडियो में सिपाही प्रदीप यादव 500-500 की 6 नोट यानी तीन हजार रुपये की रिश्वत लेते दिख रहा है। तीन हजार लेने के बाद वह कुछ और रुपये को व्यवस्था करने की बात कर रहा था।
रायबरेली में पुलिस की रिश्वतखोरी रुकने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला रायबरेली के डलमऊ कोतवाली में तैनात सिपाही प्रदीप यादव से जुड़ा है जिसका रिश्वत लेते हुए वीडियो सामने आया है। कोतवाल के संरक्षण में यह रिश्वतखोरी का खेल खेला जा रहा था। वीडियो में सिपाही द्वारा रिश्वत के रुपये ऊपरी अधिकारियों तक भी पहुंचाने की बात कही जा रही है।
वायरल वीडियो में सिपाही प्रदीप यादव 500-500 की 6 नोट यानी तीन हजार रुपये की रिश्वत लेते दिख रहा है। तीन हजार लेने के बाद वह कुछ और रुपये को व्यवस्था करने की बात कर रहा था। सिपाही को वीडियो में यह कहते हुए सुना गया कि यह रुपये कोतवाल साहब तक भी पहुंचाए जाएंगे। फिलहाल, इस मामले में यूपी पुलिस की तरफ से प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है।
यूपी कांग्रेस का ट्वीट- ये पूरी चैन बनी हुई है
इस घटना को लेकर यूपी कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर हमला बोला है। यूपी कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है, ”रायबरेली में एक सिपाही जी खुलेआम जेब गरम कर रहे हैं। 3000 रुपये लेने के बाद भी उनका पेट नहीं भरा है, उनका कहना है कि इसमें कोतवाल साहब का भी कट शामिल है। कोतवाल साहब कह सकते हैं कि एसपी साहब का भी हिस्सा है। एसपी साहब अपने ऊपर वाले का भी नाम बता देंगे। यानी, ये पूरी चैन बनी हुई है। हर चौकी से थाने को, थाने से जिले को और जिले से प्रदेश को हिस्सा आना ही चाहिए। चाहे जनता को न्याय मिले या न मिले। पब्लिक का कोई काम हो या न हो। क्योंकि, भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार ही सदाचार है।”
प्रधान आरक्षक का रिश्वत मांगते वीडियो वायरल
वहीं, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर बिल्हा थाने में पदस्थ हेड कांस्टेबल अनिल साहू का भी एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें शराब के अवैध परिवहन के बाद पकड़े गए आरोपी से मोलभाव हो रहा है। प्रधान आरक्षक इस केस में दस्तावेज पूरी करने के लिए रुपए की मांग करता दिख रहा है। साथ ही इस मामले में जब्त वाहन को राजसात न करने के एवज में भी भारीभरकम रुपए की डिमांड कर रहा है। मामले में एसपी ने हेड कांस्टेबल को लाइन अटैच कर मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।
वायरल वीडियो में हेड कांस्टेबल अनिल साहू अवैध शराब परिवहन करने वाले आरोपी से उसके पक्ष में दस्तावेज बनाने के एवज में 5 से 10 हजार रुपए देने की बात कर रहा है। साथ ही शराब के साथ जब्त बाइक को राजसात न करने के एवज में 50 हजार रुपए की मांग कर रहा है। वह यह भी कह रहा है कि उसने पहले पैसे देने के लिए सहमति जताई, फिर नहीं दिया।