दिनेशपुर। दिनेशपुर में महाशिवरात्रि के एक दिन पहले आयोजित भंडारे का प्रसाद ग्रहण करने सौ से अधिक लोगों की अचानक तबीयत बिगड़ गई। उल्टी-दस्त व बुखार होने की शिकायत पर गांव में हड़कंप मच गया। सूचना पर सरकारी डॉक्टरों की ने टीम गांव में पहुंचकर इलाज किया। इस दौरान दो लोगों की हालत गंभीर होने पर उन्हें जिला चिकित्सालय भेज दिया गया। जहां पर चिकित्सकों ने उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया।
महाशिवरात्रि के एक दिन पहले गुरुवार को दिनेशपुर के बसंतीपुर गांव में कांवडियों एवं भक्तों के लिए गांव के ही हरि मंडल की ओर से भंडारे का आयोजन किया गया था। शिव भक्तों के लिए पनीर की सब्जी, दाल व चावल की व्यवस्था की गई थी। काफी संख्या में लोगों ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। शुक्रवार रात अचानक एक के बाद एक करीब सौ लोग बीमार हो गए। इनमें पुरुष, महिला व बच्चे भी शामिल थे। किसी के पेट में दर्द, किसी को उल्टी-दस्त व तेज भुखार की शिकायत हुई। इससे ग्रामीणों के हाथ पांव फूल गए। गांव में स्थित डिस्पेंसरी पहुंचे। जहां फार्मासिस्ट मनोहर गंगवार ने प्राथमिक उपचार किया।
शनिवार को फार्मासिस्ट की सूचना पर अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर प्रदीप पांडेय व गदरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से डॉ. संजीव सरना के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम गांव पहुंची। चिकित्सकों ने मरीजों का उपचार किया। गांव की ही 18 वर्षीय सुष्मिता मंडल एवं 20 वर्षीय दीपा मंडल की हालत को गंभीर देखते हुए उन्हें रुद्रपुर जिला चिकित्सालय भेज दिया। जहां पर चिकित्सकों ने हालत बिगडने पर उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया। चिकित्सक प्रदीप पांडेय ने बताया कि मामला फूड प्वाइजनिंग का प्रतीत होता है। सभी लोगों को उपचार देकर घर भेज दिया गया है। ज्यादातर मरीज उल्टी और दस्त से पीडिघ्त थे।