खटीमा। कुमाऊं मंडल की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने और सुशीला तिवारी अस्पताल को एम्स की तर्ज पर विकसित करने की मांग को लेकर राज्य आंदोलनकारियों ने बुधवार को आक्रोश जताया। उन्होंने नागरिक चिकित्सालय गेट पर धरना-प्रदर्शन किया। मांगों का जल्द निस्तारण न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
राज्य आंदोलनकारी नागरिक चिकित्सालय के गेट पर एकत्र हुए। जहां उन्होंने प्रदेश सरकार के विरुद्घ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन कर धरना दिया। उन्होंने कहा कि कुमाऊं में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह पटरी से उतर चुकी हैं। जिसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है। छोटी से छोटी बीमारियों के लिए मरीजों को हायर सेंटर सुशीला तिवारी रेफर किया जाता है। जहां मूलभूत सुविधाएं न होने के चलते उन्हें दिल्ली एम्स भेजा जाता है। कुमाऊं के विभिन्न चिकित्सा केंद्रों में महिला चिकित्सक न होने के कारण महिलाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कुमाऊं के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराएं जाने की मांग की। इस मौके पर आंदोलनकारी मनोज पाठक, योगेश पुनेरा योगू, कुलदीप तडियाल, हेमा अधिकारी, गंगा पांडे, फलेश्वरी जोशी, पार्वती पांडे, कौशल्या, कुसुम ओली, भारती देवी, जानकी गोस्वामी, भूपेंद्र सिंह, मनोज कुमार, बसंत धामी आदि मौजूद थे।