हरिद्वार। स्वच्छता के प्रति आमजन को जागरूक करने के लिए गुरुवार को महापौर अनिता शर्मा ने नगर निगम परिसर से प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाई। इस दौरान उन्होंने निगम अधिकारी और कर्मचारियों से रैंकिग में सुधार को हरसंभव प्रयास करने को कहा।
स्वच्छता रैंकिग में सुधार के लिए नगर निगम प्रशासन जीतोड़ प्रयास कर रहा है। कार्मिकों के अवकाश पर रोक के अलावा सफाई व्यवस्था और बेहतर बनाने के लिए सफाई निरीक्षकों को लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं। साथ ही कार्यों में लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी जा रही है। वहीं मुहिम में आमजन को शामिल करने के लिए प्रचार वाहन का भी सहारा लिया जा रहा है। गुरुवार को महापौर अनिता शर्मा ने निगम परिसर से प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाई। इस दौरान महापौर ने कहा कि समेकित प्रयास से ही शहर की स्वच्छता रैकिग में सुधार संभव है। बताया कि 2018 की रैंकिग में हरिद्वार प्रदेश में दूसरे, जबकि 2019 में तीसरे स्थान पर था। इस बार रैंकिंग बेहतर करने का प्रयास रहेगा। इस अवसर पर नगर आयुक्त उदय सिंह राणा, सहायक नगर आयुक्त उत्तम सिंह नेगी, पूर्व सभासद अशोक शर्मा, राजेंद्र घाघट, आशु समेत निगम के कई कर्मी मौजूद रहे।
नगर आयुक्त उदय सिंह राणा ने गुरुवार शाम नवनिर्मित गेस्ट हाउस में नगर निगम के अलावा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी केआरएल और नमामि गंगे के तहत घाटों की सफाई में जुटी कंपनी के सफाई निरीक्षक और सुपरवाइजरों की बैठक ली। इस दौरान चार से 31 जनवरी के बीच होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए अब तक की तैयारियों की समीक्षा की गई। साथ ही व्यवस्था में सुधार को कड़े निर्देश दिए गए। नगर आयुक्त ने कहा कि सफाई में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिस सफाई निरीक्षकों के क्षेत्र से सफाई को लेकर गलत रिपोर्ट आएगी, उसके खिलाफ कड़ी विभागीय कार्रवाई की जाएगी। बताया कि स्वच्छता रैंकिग में प्रदेश में पहले स्थान पर आने पर एक करोड़, दूसरे स्थान पर 50 लाख और तीसरे स्थान पर आने वाली निकाय को 40 लाख रुपये दिए जाएंगे। बैठक में सहायक नगर आयुक्त उत्तर सिंह नेगी, महेंद्र सिंह यादव, लेखाकार चंद्रशेखर शर्मा, सफाई निरीक्षक सुनीत कुमार, विकास छाछर, मनोज कुमार, अर्जुन सिंह, श्रीकांत आदि मौजूद रहे।