आजादी के असली इतिहास को छिपाया गया: वेंकैया नायडू

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देहरादून। उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि आजादी के असली इतिहास को छिपाने का काम किया गया। जरूरत है कि नई पीढ़ी तक इतिहास की जानकारी पहुंचे। उन्होंने कहा कि आजादी के उन नायकों को पाठ्यक्रम में स्थान दिया जाना चाहिए। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने को महान काम बताते हुए उप राष्ट्रपति ने देशवासियों की सराहना करते हुए कहा कि अयोध्या पर आए फैसले ने फिर साबित किया कि शांति और सौहार्द हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि शांति के लिए भी शक्ति का होना जरूरी है।
शनिवार को उत्तराखंड दौरे पर पहुंचे उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू रुड़की के पास कुंजा बहादुर गांव में शहीद राजा विजय सिंह स्मारक एवं कन्या शिक्षा प्रसार समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कुंजा रियासत के राजा विजय सिंह ने वर्ष 1822 में अंग्रेजों के खिलाफ बिगुल फूंका और वर्ष 1824 में लड़ते हुए शहीद हो गए। इसके बाद अंग्रेजों ने उनके 44 अन्य साथियों को फांसी पर लटका दिया था। उपराष्ट्रपति ने कहा कि कुंजा बहादुरपुर के इतिहास को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए। कहा कि वह देश में कश्मीर से लेकर कन्या कुमारी तक कुंजा बहादुरपुर गांव के गौरवमयी इतिहास के बारे में बताएंगे।
मातृभाषा को अपनाने पर जोर देते हुए नायडू ने कहा कि भाषा भावना से जुड़ी होती है। कहा कि अंग्रेजी या दूसरी भाषा सीखने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन अपनी भाषा भी पढ़ी जानी चाहिए। शासन-प्रशासन सरकारी गजट, आर्डर, लेटर को अंग्रेजी में जारी करता है, ये मातृभाषा में भी होने चाहिए। भाषाएं जिंदा रहेगी तो संस्कृति जिंदा रहेगी। युवाओं को पाश्चात्य जीवन शैली की बजाय भारतीय शैली अपनाने की नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि फूड हैबिट का बदलना खतरनाक है। कहा कि शाकाहारी हो या मांसाहारी, भारतीय खाना सर्वश्रेष्ठ है। उन्होंने कहा कि अधिकारों की बात करें, लेकिन कर्तव्य के बारे में भी सोचें।

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