कुदरत का करिश्मा: दस महीने बाद ज्यो का त्यो मिला शव

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हुकूमत एक्सप्रेस
सम्भल। दस महीने बाद कब्र में ज्यो का त्यो शव मिलने से हड़कम्प मच गया। लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। लोग इसले सवाब पहुंचाने में जुट गए। कोई इसको करिश्मा मान रहा है तो कोई मृतक को नेक हस्तियों में शुमार कर शव के मिट्टी में न मिलने के दावे कर रहा है।
शनिवार को हुआ यूं की नगर के मौहल्ला देहली दरवाज़ा में एक कब्र में पानी भर गया और शव उपर आ गया। जिसे देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ जुट गई। जानकारी के अनुसार मो0 शरीफ अहमद फारूकी पुत्र मो0 अब्दुल अज़ीज़ निवासी मौहल्ला कोट पूर्वी की बीते 15 अक्टूबर को स्वभामिक मौत के बाद सुपुर्देखाक कर दिया गया। उसका भीतीजा फेसल पुत्र मो0 शफीक फातेहा पढ़ने के लिए कब्रिस्तान पहुंचा तो शव जैसे का तैसा पाया। यह देख वह चैंक गया परिजनों को सूचना कर कब्रिस्तान बुलाया। यह खबर क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। लोगो ंकी भारी भीड़ शव को देखने के लिए कब्रिस्तान मे ंजुट गई। मामला उलेमा इकराम के पास तक पहुंच गया। उन्होने शव को शरियत के हुकूम के मुताबिक वैसे ही दफन करने का हुकम दिया। परिजनो ंने वैसे ही शव को दफना दिया। दस महने के बाद ज्यो का त्यो शव पाये जाने के बाद कुछ लोग इसे कुदरत का करिश्मा मान रहे हैं तो कुछ लोग नेक हस्ती होने का दावा कर रहे है उनका कहना है कि नेक हस्तियों को दफना दिया जाता है जिनका शव मिट्टी तक नहीं खाती यह निज़ामे कुदरत है। मृतक डा0 चमन के भाई बताये जा रहे हैं।

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