यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर अफवाह फैलाने वालों पर सख्ती, सपा के पूर्व मंत्री यासर शाह पर FIR
यूपी में आज पुलिस भर्ती की परीक्षा हो रही है। इसको लेकर कुछ लोग सोशल मीडिया पर अफवाह फैला रहे हैं। अफवाह में कोई सच्चाई नहीं है। इस संबंध में पुलिस ने केस भी दर्ज किया है।
लखनऊः यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर सरकार और पुलिस काफी सख्त नजर आ रही है। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। ताजा जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को हो रही पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर कुछ लोगों ने अफवाह फैला दी कि भर्ती के प्रश्नपत्र फिर से लीक हो गये हैं। इस मामलें में इंस्पेक्टर सतेंद्र कुमार की तहरीर पर हुसैनगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। एफआईआर में समाजवादी पार्टी नेता और पूर्व मंत्री यासर शाह का भी नाम शामिल है। यासर शाह पर आरोप है कि उन्होंने पेपर लीक की आधारहीन अफवाह फैलाई।
एफआईआर के अनुसार, कुछ शरारती तत्वों ने टेलीग्राम समेत अन्य सोशल मीडिया के जरिए प्रश्न पत्र लीक की अफवाह फैला रहे हैं। जिनका उद्देश्य धन की करना और सरकार की छवि खराब करना है। शिकायतकर्ता ने सोशल मीडिया की आईडी को एफआईआर में लिखा है।
गोरखपुर में पुलिस भर्ती परीक्षा से पहले कई लोगो को हिरासत में लिया गया है। गोरखपुर के बांसगांव की महिला आरक्षी समेत चार लोगों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। हिरासत में लिए गए लोगों के मोबाइल से पांच अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र मिले। हिरासत में लिए गए लोगों में एक दिल्ली का व्यक्ति भी शामिल है। पुलिस ने बताया ने आरोपियों ने अभ्यर्थियों से मोटी रकम वसूलने की योजना बनाई थी । उससे पहले पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। पुलिस हिरासत में ली गई महिला कांस्टेबल गोरखपुर के बांसगांव के वार्ड नंबर 2 की रहने वाली बताई जा रही है। महिला कांस्टेबल को एसटीएफ और बांसगांव पुलिस ने उसके घर से उठाया। महिला कांस्टेबल की श्रावस्ती में तैनात है। आरोपियों से एसटीएफ की पूछताछ जारी है। सूत्रों के मुताबिक एक व्यक्ति की महिला सिपाही से सोशल मीडिया से दोस्ती हुई थी। महिला सिपाही के 5 पास एडमिट कार्ड और नगद पैसे मिले हैं।