काम की खबर: घर बैठे वोटर लिस्ट में चेक कर करें अपना नाम और मतदान केंद्र… खुद ही निकालें मतदाता पर्ची
लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होने जा रहा है। पहले चरण के मतदान में 21 राज्यों की 102 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। लोकसभा चुनाव में मतदाताओं की सुविधा के लिए वोटर हेल्पलाइन एप का विकल्प भी दिया गया है।
देशभर में 102 लोकसभा सीटों पर शुक्रवार को मतदान होना है। चुनाव आयोग ने मतदाताओं की सुविधा के लिए इस बार कई विशेष ऐप तैयार किए हैं। चुनाव आयोग के इन ऐप के जरिए मतदाता सूची में अपना नाम ढूंढा जा सकता है। वोटर हेल्पलाइन ऐप के जरिए किस मतदाता को किस मतदान केंद्र पर जाकर वोट डालना है। उसका बूथ कौन सा है, इसकी डिटेल भी ऐप पर मिल सकती है। गूगल प्ले स्टोर या एप्पल स्टोर से वोटर हेल्पलाइन एप डाउनलोड किया जा सकता है। चुनाव आयोग इसी तरह के दो दर्जन से अधिक ऐप्स का इस्तेमाल चुनाव में कर रहा है। इनकी पूरी जानकारी चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
अभी तक मतदाताओं को अपनी मतदाता पर्ची के लिए बीएलओ या पार्टियों के कार्यकर्ताओं पर निर्भर रहना पड़ता था लेकिन अब वोटर हेल्पलाइन एप के माध्यम से मतदाता अपनी फोटोयुक्त मतदाता पर्ची निकाल सकते हैं।
चुनाव आयोग का कहना है कि उनके दूसरे एप के जरिए रिकॉर्डिंग, रिपोर्टिंग और वॉयलेशन की रिपोर्ट भी की जा सकती है। जिसके 100 मिनट के अंदर रिस्पॉन्स टीम मौके पर पहुंच जाएगी। लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होने जा रहा है। पहले चरण के मतदान में 21 राज्यों की 102 सीटों पर वोट डाले जाएंगे।
लोकसभा चुनाव में इस बार चुनाव आयोग 27 ऐप्स व आईटी सिस्टम के जरिए लोगों की मदद करेगा। इनके जरिए जहां एक ओर सर्विलांस में मदद मिलेगी तो वहीं दूसरी ओर मतदाता अपने प्रत्याशियों की जानकारी ले सकेंगे। चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को भी ऐप के जरिए अपना एफिडेविट और केवाईसी पूरी करने की सुविधा दी गई है।
सुविधा पोर्टल के जरिए नॉमिनेशन और एफिडेविट जमा किया जा सकता है। इसके साथ इस ऐप के जरिए प्रत्याशी अपनी रैली और मीटिंग्स की परमिशन भी ले सकते हैं। इसी क्रम में चुनाव आयोग ‘मिथ वर्सेस रियलिटी’ की जानकारी भी साझा कर रहा है। चुनाव आयोग का कहना है कि सोशल मीडिया पर आने वाली गलत सूचनाओं के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए यह कदम उठाए जा रहे हैं। वेबसाइट के जरिए यह जानकारियां लोगों को उपलब्ध कराई जा रही है। इसके अलावा क्रिमिनल रिकॉर्ड वाले उम्मीदवारों को तीन बार समाचार पत्रों में अपने क्रिमिनल रिकॉर्ड की जानकारी देनी है। टीवी में भी इसके बारे में बताना है। साथ ही साथ संबंधित राजनीतिक दलों को आपराधिक रिकॉर्ड वाले उम्मीदवारों के चयन को लेकर जानकारी साझा करनी है।
भारत निर्वाचन आयोग ने जानकारी दी है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में लगभग 97 करोड़ भारतीय मतदान करने के पात्र होंगे। चुनाव आयोग ने बताया है कि भारत में 96.88 करोड़ लोग आगामी आम चुनावों के लिए मतदान करने के लिए पंजीकृत हैं जो कि दुनिया में सबसे बड़ा मतदाता वर्ग है। आयोग के मुताबिक पिछले लोकसभा चुनाव 2019 से पंजीकृत मतदाताओं की संख्या में छह प्रतिशत की वृद्धि हुई है।