एजेंसी न्यूज
वाराणसी। संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय, बीएचयू के साहित्य विभाग में डा. फिरोज खान पढ़ाएंगे या नहीं, पढ़ाएंगे तो कब से, क्या छात्रों का विरोध समाप्त होगा जैसे तमाम प्रश्नों के जवाब जानने को बनारस ही नहीं, बल्कि देश का हर व्यक्ति आतुर है। इस बीच आयुर्वेद संकाय में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर भी दावेदारी पेश कर डा. फिरोज खान ने सस्पेंस को और भी बढ़ा दिया है।
विवि परिसर में कयास लगाए जाने लगे हैं कि विवाद को देखते हुए डा. फिरोज एसवीडीवी छोड़ भी सकते हैं। दरअसल आयुर्वेद संकाय के साथ ही कला संकाय के संस्कृत विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए डा. फिरोज ने आवेदन किया था। आयुर्वेद संकाय के लिए साक्षात्कार प्रक्रिया हाल ही में मुकम्मल हुई, जिसका परिणाम लंबित है। वहीं संस्कृत विभाग के लिए चार दिसंबर को साक्षात्कार प्रस्तावित है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि आयुर्वेद संकाय व संस्कृत विभाग के परिणाम एक ही दिन जारी किए जाएंगे और डा. फिरोज खान कला संकाय के संस्कृत विभाग को ज्वाइन करेंगे। विवि प्रशासन की ओर से कोई भी अधिकारी इस पर बोलने से बच रहे हैं। इसमें कितनी सच्चाई है यह तो परिणाम आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।
ज्ञात हो कि डा. फिरोज खान की नियुक्ति पांच नवंबर को संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में हुई थी। इसके विरोध में संकाय के छात्रों ने वीसी आवास के सामने सात नवंबर से धरना देना शुरू किया जो लगातार 16 दिनों तक चला। इसके बाद विवि के लिखित आश्वासन पर छात्रों ने धरना जरूर खत्म किया लेकिन नियुक्ति के खिलाफ उनका आंदोलन अब भी जारी है।