हरिद्वार। तीन लोगों के हत्यारे हाथी को पालतू बनाने के बाद अब अन्य बिगड़ैल हाथियों को भी पालतू बनाया जाएगा। इसके लिए राजाजी टाइगर रिजर्व के अधिकारियों की ओर से ऐसे हाथियों को कैमरे में ट्रैप किया जाएगा। बाद में उन्हें ट्रैंकुलाइज करके ट्रेनिंग देकर पालतू बनाया जाएगा, जिससे बिगड़ैल हाथी लोगों की जान से खिलवाड़ न कर सकें।
भेल क्षेत्र में तीन लोगों को मौत के घाट उतारने के बाद टस्कर को पालतू बनाया जा चुका है। अब वह चीला रेंज में रहता है और उससे पार्क से जुड़े कार्य लिए जा रहे हैं। राजाजी के अधिकारियों की ओर से उसका नाम भी राजा रखा गया है, इसी तरह अब पथरी आदि क्षेत्र में एक महिला और एक किसान को मौत के घाट उतारने के बाद राजाजी टाइगर रिजर्व के अधिकारी अन्य बिगड़ैल हाथियों को भी पालतू बनाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए पार्क अधिकारियों की ओर से बिगड़ैल हाथियों को चिह्न्ति कर ट्रैंकुलाइज किया जाएगा। इसके बाद महावत पालतू बनाने के लिए उन्हें ट्रेनिंग देंगे। पालतू बनाने के बाद बिगड़ैल हाथियों को पार्क की अलग-अलग रेंजों में रखा जाएगा। पार्क के अधिकारी इसके लिए जल्द ही प्रक्रिया शुरू करेंगे, जिससे लोगों में इनका खौफ कम हो सके।
टाइगर रिजर्व के वन्य जीव प्रतिपालक कोमल सिंह का कहना है कि राजाजी टाइगर रिजर्व के जंगलों में रहने वाले ऐसे हाथियों को पालतू बनाया जाएगा, जो बार-बार पार्क से आकर आबादी क्षेत्र में पहुंचकर आतंक मचा रहे हैं। जो हाथी आबादी क्षेत्र में आकर उत्पात मचाते हुए कैमरे में कैद होंगे, उनको ट्रैंकुलाइज करने के बाद महावत की ओर से ट्रेनिंग देकर पालतू बनाकर लोगों को सुरक्षित किया जाएगा।