देहारदून। उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम करवट बदलने लगा है। मैदानों में दिन भर बादलों की आंख मिचैनी के साथ ही चार धाम में चोटियों पर बर्फबारी के समाचार हैं। निचले स्थानों पर बूंदाबांदी से सर्दी बढ़ गई है। देहरादून स्थित राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक मंगलवार और बुधवार को पिथौरागढ़, चमोली और उत्तरकाशी में तीन हजार मीटर तक की ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना है।
सोमवार को देहरादून और हरिद्वार में दिनभर आसमान में बादल डेरा डाले रहे। वहीं, बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में चोटियों पर हिमपात हुआ। इन दिनों चारों धामों में रात का तापमान शून्य चार से पांच डिग्री सेल्सियस नीचे है। इसके अलावा बदरीनाथ के पास माणा और नीती घाटी में भी बर्फ की फुहारें पड़ीं। केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट बंद हो चुके हैं, वहीं बदरीनाथ के कपाट 17 नवंबर को बंद किए जाएंगे। कड़ाके की सर्दी को देखते हुए नगर पंचायत ने बदरीनाथ में दस स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की है।
उधर, नई टिहरी में सुबह से ही आसमान में घने बादल छाए रहे और दिनभर ठंडी हवाएं चलती रही। सर्दी से बचने के लिए कई जगहों पर लोग अलाव और घरों के अंदर हीटर सेकते रहे। मौसम के बदलते मिजाज के कारण लोग ठिठुरने को मजबूर हैं। ठंडी हवा चलने से बुजुर्ग भी शाम के समय घर से बाहर नहीं निकल पाते हैं। नई टिहरी में जिस तरह से मौसम का मिजाज है उससे बारिश के आसार नजर आ रहे हैं। यदि बारिश होती है तो सर्दी का प्रकोप बढ़ जाएगा।
वहीं, रुड़की और आसपास के क्षेत्रों में सोमवार को धूप खिलने के साथ ही बादलों की आवाजाही होती रही। इस वजह से तापमान में 3.5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। जिसके चलते लोगों को दोपहर में भी ठंड महसूस हुई।
सोमवार को शहर में सुबह के वक्त मौसम साफ रहा और तेज धूप खिल गई, लेकिन इसके बाद मौसम का मिजाज बदलने लगा। धूप खिलने के साथ ही दिनभर में रुक-रुककर बादलों की आवाजाही होती रही। हालांकि हर बार बादल एकाएक गायब भी हो गए। मौसम के करवट लेने के कारण पिछले दिनों की तुलना में दोपहर में भी हल्की ठंड महसूस की गई।