हुकूमत एक्सप्रेस
मुरादाबाद। एक तरफ तो काम को सही समय पर निपटाने का दबाव तो वहीं दूसरी तरफ काम को निपटाने में सबसे ज्यादा अहम कम्प्यूटराइज्ड सिस्टम का कछुआ गति से चलना सीतापुरी बिजलीघर के अधिकारी व कर्मचारियों को मानसिक तनाव दे रहा है। सीतापुरी बिजलीघर के कम्प्यूटर सिस्टम को आॅपरेट करने वाली इंटरनेट की स्पीड 2 जी से भी बदतर है। बीएसएनएल की ओर से दी गई नेट की व्यवस्था इतनी कछुआ गति से चल रही है कि एक उपभोक्ता का बिल जमा करने में 10 से 15 मिनट लग रहे है जबकि नेट की स्पीड सही होने पर दो मिनट में एक उपभोक्ता का बिल जमा हो जाता है।
यहां कार्यरत कर्मचारियों ने बताया कि काफी समय से यहां इंटरनेट की स्पीड कछुआ गति से मिल रही है। नेट इतना स्लो चलता है कि अधिकारी व कर्मचारियों को काम निपटाने के लिए देर रात तक कार्यालय में रूकना पड़ रहा है जिससे वह मानसिक तनाव में आ रहे है। कई बार उच्चाधिकारियों को नेट की स्पीड सही कराने की बाबत कहा जा चुका है मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सीतापुरी में जहां एसडीओ कार्यालय है तो वहीं इस खण्ड से जुड़े कई बिजलीघरों के उपभोक्ताओ की समस्याओं का निदान यहीं पर होता है। नेट की स्पीड बदतर होने के कारण लोगों के बिल सही होना तो दूर की बात बिल जमा करने में ही काफी परेशानी आ रही है। बुधवार को भी बिजली बिल सही कराने वालों व जमा करने वालों की लम्बी लाईनें लगी यहां नजर आयीं। कर्मचारियों ने बताया कि नेट की बदतर स्पीड के कारण ही सीतापुरी बिजलीघर से जुड़े कार्य पिछड़े हुए है। इसका सीधा असर बकाया वसूली व बिजली बिल जमा करने पर पड़ रहा है। उच्चाधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है।