हुकूमत एक्सप्रेस
मुरादाबाद। शहर की बिजली बिलों की व्यवस्था इस समय बुरी तरह गड़बड़ाई हुई है। इन दिनो उपभोक्ताओ को जहां अनाप शनाप बिल थमाये जा रहे हैं तो वहीं मीटर रीडर द्वारा निकाले गये बिल और कम्प्यूटर की रीडिंग में हजारो यूनिटो का गड़बड़झाला चल रहा है। इस गड़बड़झाले के बारे में मालूमात करने उपभोक्ता जब क्षेत्रीय बिजलीघर व उपखण्ड कार्यालय पर जाता है तो मीटर रीडर से लेकर अवर अभियन्ता और एसडीओ तक किसी को नहीं मालूम कि आखिर यह गड़बड़ी क्यूं हो रही है। असालतपुरा बिजली घर से जुड़े एक मामले में घरेलू कनेक्शन का 10 दिन का बिजली का बिल 5224 यूनिट के हिसाब से 34 हजार का दिखाया जा रहा है। मजे की बात यह है कि इन 10 दिनों की रीडिंग मीटर रीडर द्वारा निकाले गये बिल में महज 17 यूनिट हैं। इसके अलावा नवम्बर माह के बिल भी अधिकांश लोगों के नहीं चढ़ पाये और दोबारा बिल में जुड़कर आ रहा है। तमाम उपभोक्ता परेशान होकर अधिकारियों के चक्कर लगा रहे है। लोगों का कहना है कि अनाप शनाप बिल भेजकर आखिर बिजली विभाग सरकार की छवि धूमिल करने में क्यूं लगा है। मीटर रीडिंग व बिल निकालने का ठेका प्राइवेट कम्पनियां ले तो रहीं है मगर कम पैसों वाले अन्ट्रेंड लोगों को इस काम के लिए संविदा पर भर लिया गया है। इसका खामियाजा उपभोक्ताओ को उठाना पड़ रहा है। उपभोक्ताओ का कहना है कि लगता है कि अब बिजली व्यवस्था को संभालना सरकारी महकमें के बस की बात नहीं रही। इससे तो बेहतर है कि बिजली प्राइवेट हाथों में चली जाये तो कम से कम उपभोक्ताओ को अनाप शनाप बिलों से होने वाली परेशानी से राहत मिलेगी।