पढ़ने लिखने की उम्र में भीख मांग रहे मासूम

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मु0 रिज़वान
मुरादाबाद। जिस उम्र में उन्हें स्कूल में अच्छी शिक्षा हासिल करनी चाहिये उस उम्र में 10 से 12 साल की उम्र के यह मासूम बच्चे हाथ फैलाकर लोगों के आगे भीख मांग रहे है। डबल फाटक सम्भल रोड रेलवे क्रासिंग के आसपास 8-10 बच्चे रोजाना भीख मांगते देखे जा सकते है। यहां से गुजरने वाले लोगों के पैरों तक में गिरने को तैयार रहते है। फटे हुए कपड़े, चेहरे पर रोना, ऐसे बच्चो को देखते ही लोग रूपये दो रूपये ढीले कर देते है मगर इस तस्वीर का एक दूसरा पहलू यह है कि यह बच्चे किसी मजबूरी में भीख नहीं मांग रहे बल्कि इनके हरामखोर माता पिता इनसे यह गलीज काम करवा रहे है।
सूत्रों की मानें तो रेलवे क्रासिंग के आसपास झोपड़ पट्टी डालकर रहने वाले कुछ खानाबदोश अपने मासूम बच्चों से यह गलीज धंधा करवा रहे है। हुकूमत एक्सप्रेस की टीम ने जब इन बच्चों को भीख मांगते हुए कैमरे में कैद किया और इनसे पूछना चाहा तो यह बच्चे ऐसे भागे जैसे कि इनकी चोरी पकड़ी गई हो। यह बच्चे थोड़ी ही दूरी पर झुग्गी झोपड़ियों में दाखिल हो गये। जब इनके परिवार वालों से बात करने का प्रयास किया गया तो कोई भी कैमरे के आगे आने को तैयार नहीं हुआ।
यहां रेलवे क्रासिंग के आसपास के दुकानदारो ने बताया कि यह इन बच्चों का रोज का धंधा है। दिन भर में एक बच्चा 300-400 रूपये से कम नहीं इकट्ठा करता। इसलिए इनके परिवारों को इनसे भीख मंगवाने का चस्का पड़ा हुआ है। वहीं दूसरी ओर यह बच्चे जान हथेली पर रखकर यह गलीज धंधा करने पर मजबूर है। रेलवे क्रासिंग पर हर 10 मिनट में ट्रेनें आती जाती रहती हैं । ऐसे में इनके ट्रेन की चपेट में आने का खतरा है।

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