हुकूमत एक्सप्रेस
मुरादाबाद। सिविल लाइंस में मैंथोडिस्ट गल्र्स कालेज के बाहर फुटपाथ पर पौधे बेचने वाले गरीब व्यक्ति को जनता ने ही लूट लिया। फुटपाथ खाली कराने के लिए मंगलवार दोपहर नगर निगम की अतिक्रमण हटाओ अभियान की टीम क्रेन लेकर आयी और गरीब की रोजी रोटी पर कार्यवाही शुरू कर दी। इससे घबराकर पौधे बेचने वाला गरीब भाग खड़ा हुआ। इसी दौरान यहां मौजूद लोगों की भीड़ भी गरीब के पौधे उठाकर चलती बनी। जिसके हाथ जितने पौधे लगे वह ले गया और थोड़ी ही देर में पूरा फुटपाथ खाली हो गया। पौधों की संख्या दर्जनो बताई जाती है। गरीब की रोजी को लोगों ने ही लूट लिया। कई बुद्धिजीवी कहते देखे गये कि यह गलत है और अमानवीय है। किसी गरीब की रोजी रोटी को इस तरह लोगों की भीड़ द्वारा हड़प लेना सरासर गलत है। यह मानवता नहीं है।
एक तरफ तो नगर निगम शहर को स्वच्छ व हरा भरा बनाने के लिए पेड़ पौधे लगाये जाने का प्रचार कर रहा है मगर दूसरी ओर पौधे बेचने वाले की रोजी रोटी ही उजाड़ दी। इससे बेहतर होता कि नगर निगम की जेसीबी इन पौधों को नष्ट करने की बजाये इनको कहीं पर लगा देती जिससे हरियाली फैलती और प्रदूषण कम होता मगर वातावरण को स्वच्छ करने में योगदान देने वाले इन पौधों को नष्ट कर आखिर नगर निगम की टीम ने क्या साबित किया। जबकि मुरादाबाद में कई स्थानों पर रसूखदार और दबंग कब्जा किये हुए है। वहां नगर निगम की जेसीबी कभी भूलकर भी नहीं भटकती। असालतपुरा से लेकर भूड़ा चैराहा, ईदगाह रोड, कांठ रोड, नवीन नगर, करूला क्षेत्र आदि इलाको में जबरदस्त अतिक्रमण है। क्या इसे हटाना नगर निगम की जिम्मेदारी नहीं है।