महाकुंभ मेला क्षेत्र के डीआईजी वैभव कृष्ण ने की सीएम योगी की सराहना

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महाकुंभ मेला क्षेत्र के डीआईजी वैभव कृष्ण ने की सीएम योगी की सराहना, सुंदर कांड की इस चौपाई का किया उल्लेख
महाकुंभ मेला क्षेत्र के डीआईजी वैभव कृष्ण ने आज एक कार्यक्रम में सीएम योगी की तारीफ की। उन्होंने सीएम योगी की तारीफ करते हुए सुंदरकांड का एक चौपाई भी सुनाया।
महाकुंभ मेला क्षेत्र के डीआईजी वैभव कृष्ण ने की सीएम योगी की सराहना
महाकुंभ 2025 के मद्देनजर एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पहुंचे महाकुंभ मेला क्षेत्र के डीआईजी वैभव कृष्ण। उन्होंने इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व और राज्य की पुलिस को उनके मार्गदर्शन की सराहना की। अपने भाषण की शुरुआत में वैभव कृष्ण ने रामायण के सुंदरकांड की एक चौपाई का जिक्र करते हुए कहा, “जामवंत कहें सुन रघुराया, जापर नाथ करो तुम दया, ताहि सदा शुभ कुशल निरंतर, सुर नर मुनि प्रसन्न ता ऊपर।” इसका मतलब है, ‘हे भगवान आप जिसके साथ खड़े हैं, उसका भला होना तय है।’ इस दौरान वैभव कृष्ण भगवान राम की दयातुलता और सीएम योगी के राज्य के पुलिस अधिकारियों को दिए गए मार्गदर्शन के बीच समानता दर्शाते हैं। उन्होंने राज्य मशीनरी को उनके अटूट समर्थन के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ की सराहना की, जिसने प्रयागराज में मेगा इवेंट के सुचारू आयोजन को सुनिश्चित किया। महाशिवरात्रि पर 45 दिनों तक चलने वाले महाकुंभ के समापन पर सीएम योगी ने इसपर प्रकाश डालते हुए कहा, दुनिया में कहीं भी इतनी बड़ी भीड़ कभी नहीं हुई। कुल 66.30 करोड़ भक्तों ने महाकुंभ में भाग लिया। फिर भी अपहरण, लूट या इस तरह की कोई आपराधिक घटना नहीं देखने को मिली। विपक्ष को दूरबीन या माइक्रोस्कोप से ऐसा एक भी मामला नहीं मिला। उन्होंने (विपक्ष) ने गलत सूचना फैलाने का कोई मौका नहीं छोड़ा।उन्होंने कहा, “मौनी अमावस्या पर ही 8 करोड़ श्रद्धालु जुटे, लेकिन विपक्ष झूठ फैलाता रहा और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करता रहा। उन्होंने प्रयागराज को बदनाम करने की कोशिश भी की, इसके लिए उन्होंने कहीं और से असंबंधित वीडियो दिखाए।” यूपी के सीएम ने प्रयागराज में महाकुंभ में सफाई और स्वास्थ्य कर्मियों को 10,000 रुपये का बोनस देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार यह सुनिश्चित करने जा रही है कि अप्रैल से सफाई कर्मियों को 16,000 रुपये का न्यूनतम वेतन दिया जाएगा, अस्थायी स्वास्थ्य कर्मियों को सीधे बैंक खाते में पैसे भेजे जाएंगे और उन सभी को स्वास्थ्य कवरेज के लिए आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा जाएगा।