‘रामभक्त हूं, राष्ट्र पर बात आई तो 2 मिनट में विधायकी छोड़ दूंगा’, बगावती तेवर पर सपा नेता का बयान
राकेश प्रताप सिंह ने कहा कि अगर पार्टी के अंदर नीतियों पर आवाज उठाना बगावत है तो वह बगावती हैं। उन्होंने खुद को राम भक्त बताया, जिसे विधायकी का लालच नहीं है।लोकसभा चुनाव 2024 के बाद से उत्तर प्रदेश का राजनीति गर्माई हुई है। पहले राज्य में सत्ता पर काबिज बीजेपी के अंदर कलह की खबरें सामने आईं और अब समाजवादी पार्टी के एक विधायक ने भी बगावती सुर पकड़ लिए हैं। गौरीगंज से विधायक राकेश प्रताप सिंह ने खुद को राम भक्त बताया है, जिसके लिए विधायक का पद मायने नहीं रखता। उन्होंने राज्यसभा में अभिनेताओं और बिजनेसमैन को टिकट देने पर भी आपत्ति जताई है।
उन्होंने कहा “अगर पार्टी के अंदर की नीतियों को उठाना, कार्यकर्ताओं के हित की बात करना, कार्यकर्ताओं को सम्मान दिलाने की बात करना अगर बगावत है तो मैं बागी हूं।”राकेश प्रताप सिंह ने कहा कि अगर बागी शब्द का इस्तेमाल उनके लिए किया जा रहा है तो वह ऐसी बगावत लगातार करते रहेंगे। उन्होंने कहा “मैंने पहले भी कहा है कि अगर राज्यसभा भेजना हो या विधान परिषद चुनना हो तो पहले पार्टी के मूल कार्यकर्ता को चुनना चाहिए। जिसने पार्टी को खड़ा करने में योगदान दिया है। पार्टी को अपने खून पसीने से सींचा है, अपना घर-परिवार छोड़कर पार्टी के लिए काम किया है। अगर फिल्म इंडस्ट्री से आए लोगों को या उद्योगपतियों को सम्मान दिया जाएगा तो पार्टी के लिए लाठी खाने वाला, मुकदमे झेलने वाला कार्यकर्ता जरूर बोलेगा।”राकेश प्रताप सिंह ने कहा कि हर चीज नियम के अनुसार ही हो रही है। विधानसभा नियम के खिलाफ जाकर कुछ नहीं कर रही। किसी व्यक्ति के कहने से कुछ नहीं होगा, जो नियम होगा। उसी के अनुसार फैसले लिए जाएंगे। उन्होंने कहा “मैं राम भक्त हूं, मैं राष्ट्रभक्त हूं, विधायकी मेरे लिए गौड़ है। जब राष्ट्र की बात आएगी या राम की बात आएगी तो दो मिनट के अंदर विधायकी छोड़ने का फैसला ले लूंगा।”