चीनी या गुड़, High Cholesterol के मरीजों को किसका सेवन करना चाहिए? जानें क्या है हेल्दी ऑप्शन
कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाने पर शरीर में कई सारी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में डाइट को सही रखना बेहद जरूरी है। तो, जानते हैं गुड़ और चीनी में से हाई कोलेस्ट्रॉल में क्या सबसे हेल्दी विकल्प हो सकता है।
मीठा की क्रेविंग हर किसी को होती है या आम दिनों में भी मीठा खाना सबको पसंद होता है। लेकिन, जब कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हो तो ये तय करना मुश्किल हो जाता है कि क्या खाएं और क्या न खाएं। लेकिन, मीठे के आमतौर पर सिर्फ दो ही विकल्प हैं। पहला विकल्प गुड़ और दूसरा चीनी। पर सवाल ये है कि कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाने पर या हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीजों के लिए कौन सा विकल्प ज्यादा (What sugar substitute is best for high cholesterol) सही है? कौन फायदेमंद है और कौन सा नुकसानदेह। आइए, जानते हैं इन तमाम चीजों के बारे में विस्तार से।
चीनी या गुड़ हाई कोलेस्ट्रॉल में क्या खाना चाहिए
1. गुड़ खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है
चीनी और गुड़ गन्ने के रस से बनते हैं और लेकिन इसकी प्रोसेसिंग इसे अलग बना देती है। गुड़ और चीनी के बीच मुख्य अंतर रंग, बनावट, प्रोसेसिंग और संरचना हैं। पर जब बात कोलेस्ट्रॉल की आती है तो गुड़ लैक्सटेसिव गुणों से भरपूर है और ये आपकी धमनियों में जमा फैट के कणों को बाहर निकालने में मदद करता है। इसके अलावा ये शरीर में गर्मी पैदा करता है मेटाबोलिज्म को तेज करता है जिससे फैट पचाने की गति तेज होती है और फैट के खराब कण धमनियों में जमा नहीं होते। इसके अलावा इसमें पोटेशियम और मैग्नीशियम होता है जो धमनियों को खोलने और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में मदद करता है जिससे दिल की समस्याएं नहीं होतीं।
2. चीनी खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है
चीनी खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है। यह आपके कुल कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकता है और एलडीएल और एचडीएल के संतुलन को प्रभावित कर सकता है। ज्यादा चीनी के सेवन से लीवर अधिक एलडीएल कोलेस्ट्रॉल यानी बैड कोलेस्ट्रॉल बनाता है और एचडीएल कोलेस्ट्रॉल यानी गुड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। इसके अलावा ये मेटाबोलिज्म स्लो करता है जिससे फैट पचाने की गति प्रभावित होती है और आपको दिल से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।